ओडिशा में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में प्रचार के लिए उम्मीदवारों की तैयारी के बीच, गंजम जिले में हरित कार्यकर्ताओं ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे चुनाव प्रचार के दौरान पर्यावरण अनुकूल सामग्रियों का उपयोग करें.


पर्यावरणविद सुधीर राउत ने कहा कि उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों से अनुरोध है कि वे केवल पुन: इस्तेमाल की जाने वाली पर्यावरण-अनुकूल प्रचार सामग्री का उपयोग करें और प्लास्टिक के झंडे, बैनर एवं फ्लेक्स जैसी गैर-जैव अपघटी सामग्री के इस्तेमाल से बचें.


उन्होंने कहा, 'पिछले कई चुनावों में, हमने उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को प्रचार के दौरान कई गैर-जैव अपघटीय सामग्रियों का उपयोग करते देखा है. इससे पर्यावरण को नुकसान होता है.' पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए काम करने वाली संस्था ‘आर्यभट्ट फाउंडेशन’ के निदेशक राउत ने कहा कि चुनाव की घोषणा से बहुत पहले, उन्होंने निर्वाचन आयोग को मतदान केंद्रों में हरित प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा था.


उन्होंने कहा, 'हमें खुशी है कि निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को जिलों में कुछ पर्यावरण-अनुकूल मतदान केंद्रों को मॉडल बूथ बनाने का निर्देश दिया है और राजनीतिक दलों को प्रचार अभियान के दौरान पर्यावरण-अनुकूल उपाय अपनाने के लिए कहा है.' उन्होंने कहा, हम अब उम्मीदवारों से पर्यावरण की रक्षा के लिए ऐसा कदम अपनाने की अपील कर रहे हैं.'


शहर के संगठन सबुजा वाहिनी ने भी उम्मीदवारों से चुनावों में पेड़ों पर बैनर या झंडे नहीं लगाने की अपील की. इस संगठन ने पिछले चुनाव में पेड़ों पर बैनर और झंडे लगाने के खिलाफ अभियान चलाया था. बीजू जनता दल की गंजम जिला इकाई के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौपटनायक ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव प्रचार के दौरान प्लास्टिक के झंडों का इस्तेमाल नहीं करेगी. उन्होंने कहा, 'हम सूती कपड़ों से बने पार्टी के झंडे का इस्तेमाल करते हैं.' भाजपा की गंजम जिला इकाई के अध्यक्ष सुभाष साहू ने भी इसी तरह के दावे किए.


यह भी पढ़ें:-
पीएम मोदी की मेरठ रैली बीजेपी के लिए क्यों है सबसे कारगर दांव; 2014- 2019 के भाषण और 7 सीटों के रिजल्ट से समझिए