Telangana Election: चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन में तीन राजनीतिक दलों को विज्ञापन करने के लिए दी गई अनुमति को वापस ले लिया है. इन तीनों ही दलों को अब विज्ञापन करने से रोक दिया गया है. चुनाव आयोग के जरिए जिन दलों को विज्ञापन से रोका गया है, उसमें बीजेपी, बीआरएस और कांग्रेस शामिल हैं. कांग्रेस के 6, बीजेपी के 5 और बीआरएस के 4 ऐसे विज्ञापन हैं, जिन पर रोक लगाई गई है. इन संबंध में तीनों पार्टियों को बता दिया गया है.

तेलंगाना के मुख्य चुनाव अधिकारी की तरफ से कांग्रेस, बीजेपी और बीआरएस के राज्य के महासचिव को चिट्ठी लिखी गई है. इसमें उन्हें बताया गया है कि उनके किन विज्ञापनों पर रोक लगाने का फैसला किया गया है. कांग्रेस के जिन विज्ञापनों पर रोक लगाई है, वो कार, नौकरियों और किसानों से जुड़े हैं. बीजेपी के बैन होने वाले विज्ञापन 2 बीएचके घर, किसानों से जुड़े हैं, जबकि बीआरएस का एक तेलुगू गाने वाला विज्ञापन समेत चार विज्ञापनों पर रोक लगा दी गई है.  

तेलंगाना में खूब हो रहे वादे

दरअसल, तेलंगाना में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद से ही राजनीतिक दलों की तरफ से कई तरह के वादे किए जा रहे हैं. किसी दल ने लोगों को नौकरियों का वादा किया है, तो किसी दल का कहना है कि वह महिलाओं को कैश पैसे देगी. इन सब चीजों को लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है. इसके अलावा अखबार और टेलिविजन एक बड़ा जरिया है, जिनके जरिए लोगों तक अपने वादों को पहुंचाने का काम हो रहा है. 

तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को वोटिंग होने वाली है. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी और उसी दिन साफ हो जाएगा कि राज्य में किसकी सरकार बनने वाली है. अभी तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है. बीआरएस ने एआईएमआईएम के साथ गठबंधन किया हुआ है. दोनों दल साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. इन्हें उम्मीद है कि उनकी सरकार एक बार फिर से बन जाएगी. हालांकि, कांग्रेस भी पूरी तरह से पिक्चर में नजर आ रही है, जबकि बीजेपी को लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है. 

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