ED चंडीगढ़ जोनल ऑफिस की टीम ने बुधवार (17 सितंबर 2025) को बड़ी कार्रवाई करते हुए हरिंदर पाल सिंह को गिरफ्तार किया है. हरिंदर को PMLA के तहत गिरफ्तार किया गया है. ये गिरफ्तारी करोड़ों रुपए के बड़े इन्वेस्टमेंट फ्रॉड मामले से जुड़ी है, जो QFX/YFX/Botbro जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स के जरिए चलाया जा रहा था.

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चंडीगढ़ की स्पेशल PMLA कोर्ट ने हरिंदर पाल सिंह को 9 दिन की ED की हिरासत में भेज दिया है ताकि उनसे पूछताछ की जा सके. ED ने जांच की शुरुआत तब की, जब हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में अलग-अलग FIR दर्ज की गई. 

निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी

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इन FIRs में आरोप लगाया गया था कि QFX ग्रुप ऑफ कंपनियां और उनके एजेंट हजारों लोगों से निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए ठग रहे हैं. कंपनी लोगों को ये झांसा देती थी कि अगर वे उनके फॉरेक्स ट्रेडिंग स्कीम में पैसा लगाएंगे तो उन्हें हर महीने 5 से 6 फीसदी तक पक्का मुनाफा मिलेगा. जांच में सामने आया कि इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड नवाब उर्फ़ लविश चौधरी है जो इस समय दुबई से ऑपरेट कर रहा है.

हरिंदर पाल सिंह की हुई गिरफ्तारी

ED के मुताबिक इस मामले में भारत में एक बड़े नेटवर्क के जरिए लोगों से पैसा इकट्ठा किया जाता था. इसके बाद ये पैसा शेल कंपनियों और अलग-अलग पेमेंट गेटवे के जरिए इधर-उधर घुमाकर असली सोर्स छुपाया जाता था. कंपनी हर कुछ महीनों में नया प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च करती थीं, ताकि और ज्यादा लोगों को लुभाया जा सके.

हरिंदर पाल सिंह, जो सिंह ब्रदर्स टीम का हेड था, भारत के एजेंट नेटवर्क और दुबई में बैठे मास्टरमाइंड के बीच एक अहम कड़ी था. ED ने इससे पहले 11 फरवरी 2025 और 4 जुलाई 2025 को कई जगहों पर छापे मारे थे. इन कार्रवाइयों में करीब 400 करोड़ रुपए की अवैध कमाई (Proceeds of Crime) को अटैच किया गया था. फिलहाल मामले की जांच जारी है. ED बाकी एजेंट्स और विदेश में बैठे मास्टरमाइंड्स तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.

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