नई दिल्ली: एयरसेल-मैक्सिस मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी राजेश्वर सिंह ने आरोप लगाया है कि कुछ 'प्रभावशाली लोग' उन्हें लगातार परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बारे में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. हाल ही में राजेश्वर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुए थी. ED अधिकारी का कहना है कि घोटाले की जांच में फंस रहे कुछ बड़े लोगों ने उन्हें तंग करने की नीयत से ये याचिका दाखिल करवाई है.
उन्होंने कहा है कि 12 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने 6 महीने में एयरसेल-मैक्सिस जांच पूरी करने को कहा था. कुछ लोग इसमें अड़चन डालने की कोशिश कर रहे हैं. उनके इशारे पर याचिका दाखिल करने वाले रजनीश कपूर के ऊपर अदालत की अवमानना का मुकदमा चलना चाहिए.
पहले भी हो चुकी है आरोप की जांच राजेश्वर सिंह ने अपनी याचिका में कहा है कि जो आरोप रजनीश कपूर की याचिका में लगाए गए हैं, वो 7 साल पहले भी लगे थे. तब ED, CBI और CVC ने जांच कर उन्हें क्लीन चिट दी थी. इस मामले में बाद में कोर्ट ने सुब्रत राय सहारा और उनके सहयोगियों उपेंद्र राय और सुबोध जैन को अवमानना का नोटिस भी जारी किया था.
राजेश्वर के मुताबिक रजनीश कपूर ने जांच के घेरे में आ रहे बड़े लोगों के इशारे पर याचिका दाखिल करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पहले खारिज हो चुके आरोपों के आधार पर याचिका दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट को भी गुमराह करने की कोशिश की गई है.
चिंदबरम के बेटे पर घोटाले के आरोप एयरसेल-मैक्सिस मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से पूछताछ हो चुकी है.उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल हो चुका है. मामला पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते मैक्सिस को एयरसेल में निवेश की इजाज़त देने का है. आरोप है कि नियमों की अवहेलना कर विदेशी निवेश की ये मंज़ूरी दी गई.
स्वामी भी दाखिल कर चुके हैं याचिका इस मामले में बीजेपी नेता और 2जी घोटाले के शिकायतकर्ता सुब्रमण्यम स्वामी भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने भी मामले की जांच प्रभावित करने के लिए अधिकारी को 'परेशान' किये जाने का आरोप लगाया है. दोनों अर्ज़ियों पर सोमवार को सुनवाई होने की उम्मीद है.