ED on Money Laundering: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सौरभ शर्मा, शरद जायसवाल और चेतन सिंह गौर को गिरफ्तार किया है. तीनों पर वित्तीय अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. भोपाल स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय ने (10 फरवरी, 2025) को इन्हें हिरासत में लिया था.

क्या है पूरा मामला?जानकारी के मुताबिक, सौरभ शर्मा और अन्य पर मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में संलिप्त होने का आरोप है. जांच एजेंसियों को शक है कि ये लोग गैर कानूनी तरीके से धन इकट्ठा कर उसे अलग-अलग माध्यमों से सफेद कर रहे थे. ईडी ने लंबे समय से इस मामले पर नजर रखी थी. कई दस्तावेजों और बैंक लेनदेन की जांच के बाद एजेंसी को पुख्ता सबूत मिले, जिसके आधार पर गिरफ्तारी की गई. अधिकारियों का कहना है कि अभी जांच जारी है. इस मामले में और भी लोगों की संलिप्तता सामने आ सकती है.

ईडी ने शुरू की विस्तृत जांचईडी की टीम अब आरोपियों के वित्तीय रिकॉर्ड की बारीकी से जांच कर रही है. बैंक खाते, संपत्तियों और लेनदेन का विश्लेषण किया जा रहा है. इसके अलावा, उन कंपनियों और व्यक्तियों की भी जांच हो रही है, जिनका इन तीनों के साथ कोई वित्तीय लेनदेन हुआ है.

आगे क्या होगा?गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा, जहां ईडी उनकी रिमांड की मांग कर सकती है. अगर आगे की जांच में कोई और बड़े खुलासे होते हैं, तो और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.

ईडी की बढ़ती सख्तीहाल के वर्षों में ईडी भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में तेजी से कार्रवाई कर रही है. देश भर में कई नेताओं, व्यापारियों और अधिकारियों पर शिकंजा कसा गया है. भोपाल में हुई इस कार्रवाई को भी इसी कड़ी में देखा जा रहा है. ईडी ने आम जनता से अपील की है कि अगर उन्हें किसी संदिग्ध वित्तीय गतिविधि की जानकारी हो, तो वे तुरंत इसकी सूचना दें ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके.

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