ED Action In Bhopal: प्रवर्तन निदेशालय (ED) भोपाल (Bhopal) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए PWD के इंजीनियर दीपक असाई की चल-अचल संपत्तियां जब्त कर ली हैं. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है.ED ने 1.05 करोड़ रुपये की संपत्ति को अस्थायी रूप से अटैच किया, जिसकी बाजार कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
ED की जांच में सामने आया कि दीपक असाई लोक निर्माण विभाग (PWD), भोपाल में अधीक्षण अभियंता (Superintending Engineer) और प्रभारी मुख्य अभियंता (In-charge Chief Engineer) के रूप में कार्यरत थे. उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं और जांच एजेंसियों को संदेह है कि उन्होंने अपनी सरकारी पोस्ट का दुरुपयोग कर अवैध संपत्ति अर्जित की. जिसके तहत ईडी ने ये कार्रवाई की है.
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?PWD जैसे विभागों में अक्सर बड़ी सरकारी परियोजनाओं के ठेके और बजट से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, दीपक असाई के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें थीं, जिसके बाद उनकी संपत्तियों की जांच शुरू हुई. जांच में उनकी घोषित आय और संपत्ति में भारी अंतर पाया गया, जिसके बाद ED ने कार्रवाई करते हुए संपत्तियों को जब्त कर लिया.
ED की सख्त नजर, कई अफसर रडार परED लगातार भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों पर कड़ी नजर रख रही है. हाल के वर्षों में मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में सरकारी अफसरों पर भ्रष्टाचार और काली कमाई के मामलों में कार्रवाई हुई है.सरकार अब भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. ED, CBI और अन्य जांच एजेंसियां लगातार कार्रवाई कर रही हैं, ताकि सरकारी पैसों का दुरुपयोग रोका जा सके. अब देखना होगा कि इस मामले में ED की आगे की जांच क्या नए खुलासे करती है और क्या अन्य अधिकारी भी इस जाल में फंसते हैं.
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