प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सुंदर मार्केटिंग एसोसिएट्स और उसके पार्टनर्स रमन सोखल, सतबीर चिकारा व अन्य से जुड़ी 25.16 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्तियां अटैच कर दी हैं. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की गई है. अटैच की गई संपत्तियों में कैश, खेती की जमीन, रेजिडेंशियल प्लॉट, मकान, फ्लैट और कमर्शियल ऑफिस शामिल हैं.
ED की ये जांच हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (HSPCB) द्वारा Goverdhan Mines and Minerals के खिलाफ फाइल की गई कंप्लेंट के आधार पर शुरू हुई थी. इसके बाद 14 अगस्त 2023 को सुंदर मार्केटिंग एसोसिएट्स और इसके पार्टनर्स के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं में FIR भी दर्ज हुई थी.
अवैध माइनिंग के चलते भूस्खलन हुआ, 5 लोगों की गई जानजांच में सामने आया कि रमन सोखल, विनोद सोखल, सतबीर सिंह चिकारा और उनके करीबी साथियों ने मिलकर सुंदर मार्केटिंग एसोसिएट्स नाम की कंपनी बनाई और 2015 में हरियाणा के भिवानी जिले के तोशाम गांव में Dadam Hill के पत्थर खनन का पट्टा लिया. आरोप है कि इन लोगों ने तय सीमा से बाहर जाकर अवैध और अनसाइंटिफिक माइनिंग की, जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ और इन्हें भारी कमाई हुई. इसी अवैध माइनिंग के चलते इलाके में भूस्खलन हुआ, जिसमें 5 लोगों की जान चली गई.
इससे पहले ED ने इस केस में कई जगह रेड डालकर 4.81 करोड़ रुपए की संपत्तियां जैसे कैश, बैंक बैलेंस, ज्वैलरी, लग्जरी गाड़ियां आदि जब्त की थीं. वहीं, Goverdhan Mines and Minerals के मुख्य व्यक्ति वेदपाल सिंह तंवर को 30 मई 2024 को गिरफ्तार किया गया था. उनकी रेगुलर बेल कोर्ट ने ये कहते हुए खारिज कर दी थी कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला प्राइमाफेसी बनता है. फिलहाल वे मेडिकल ग्राउंड पर अंतरिम बेल पर हैं. ED की जांच में ये भी सामने आया है कि आरोपियों ने अवैध माइनिंग से करीब 71.32 करोड़ रुपए की ब्लैक मनी कमाई और उसी पैसे से कई प्रॉपर्टी खरीदीं. अभी तक इनमें से 25.16 करोड़ की संपत्तियां अटैच की जा चुकी हैं. बाकी संपत्तियों की जांच जारी है.
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