प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुग्राम के सोहना इलाके में मौजूद 1.22 करोड़ रुपये कीमत की प्रॉपर्टी को अस्थायी रूप से अटैच किया है. ये कार्रवाई ड्रग्स तस्कर जसमीत हकीमजादा के खिलाफ चल रही जांच के तहत की गई है, जो फिलहाल दुबई में रह रहा है.
ED ने ये जांच NIA की तरफ से दर्ज एक FIR के आधार पर शुरू की थी. FIR में जसमीत हकीमजादा और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ Unlawful Activities Prevention Act (UAPA) 1967 और Narcotic Drugs and Psychotropic Substances (NDPS) Act 1985 के तहत केस दर्ज किया गया था. जांच में सामने आया है कि जसमीत हकीमजादा एक इंटरनेशनल ड्रग तस्कर है और उसे अमेरिका की सरकार ने Significant Foreign Narcotics Trafficker घोषित किया है. साथ ही उसका नाम OFAC (Office of Foreign Assets Control) U.S. Department of the Treasury की लिस्ट में भी शामिल है.
खालिस्तान लिबरेशन फोर्स से भी जुड़ा है हकीमजादा हकीमजादा का नाम खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) और इसके पाकिस्तान में छुपे चीफ हरमीत सिंह उर्फ PhD से भी जुड़ा हुआ है. जांच में ये भी सामने आया है कि जसमीत भारत में एक बड़ा नार्को-टेरर नेटवर्क चला रहा था. ड्रग्स से कमाया गया पैसा हवाला के जरिए दुबई भेजा जाता था, जिसमें अमृतसर के कुछ Full Fledged Money Changers की मदद ली जाती थी.
27 अगस्त 2024 को ED ने दिल्ली में हकीमजादा और उसकी पत्नी के नाम से छिपे हुए बैंक लॉकर भी खोज निकाले. इन लॉकरों से 1.06 किलो सोना और 370 ग्राम हीरे का जेवर मिला, जिसे ED ने जब्त कर लिया है. इसके अलावा जांच में पता चला है कि ड्रग्स से कमाया गया कैश भारत के अलग-अलग बैंक अकाउंट्स में जमा किया गया और फिर उससे गुरुग्राम में प्रॉपर्टी खरीदी गई. यही प्रॉपर्टी ED ने अटैच कर ली है और मामले में जांच जारी है. जल्द ही इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों पर भी कार्रवाई हो सकती है.
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