प्रवर्तन निदेशालय (ED) की शिमला की टीम ने सोमवार (24 नवंबर, 2025) को बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व जिला ट्रेजरी ऑफिसर (DTO) सतीश कुमार की मोहाली के सनी एन्क्लेव में बनी करीब 1.84 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को अस्थायी रूप से अटैच कर दिया है. इस कार्रवाई को PMLA के तहत अंजाम दिया गया है. ईडी की ओर से अटैच की गई संपत्ति में 200 गज का प्लॉट और उस पर बना घर शामिल है. जिसकी मौजूदा बाजार कीमत लगभग 1.84 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

Continues below advertisement

ED ने ये जांच उस FIR के आधार पर शुरू की थी, जो नाहन पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई थी. FIR में सतीश कुमार पर आरोप था कि वो DTO, नाहन के पद पर रहते हुए साल 2012 से 2018 के दौरान ई-पेंशन सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ करता था.

ईडी की जांच में क्या हुआ खुलासा?

Continues below advertisement

ईडी की जांच में सामने आया कि सतीश कुमार ने पेंशन रजिस्टर और सॉफ्टवेयर में बदलाव किए मृत या गैर-मौजूद पेंशनरों के नाम पर पैसा जारी किए. ये पैसा उसके, उसकी पत्नी और बच्चों के बैंक खातों में जमा होते रहे.

ED के मुताबिक, 95 असली पेंशनरों को जो पैसा जारी होना था, वो पूरी रकम सतीश कुमार ने अपने कब्जे में ले लिया था और वह कुल रकम 1 करोड़ 68 लाख 66 हजार 371 रुपये थे. जांच में पता चला कि सतीश कुमार ने घोटाले के पैसों से मोहाली में प्लॉट खरीदा, उस पर घर का निर्माण कराया और इस पैसे को साफ और वैध दिखाने की कोशिश की. यानी ये पैसा प्रॉपर्टी में लगाकर उसे वैध आय की तरह पेश किया गया.

चार्जशीट दाखिल होने के बाद विशेष अदालत ने सुनाई सजा

इस मामले में 31 मई, 2023 को चार्जशीट दायर हुई थी. इसके बाद नाहन की विशेष अदालत ने सतीश कुमार को दोषी करार दिया और उसके खिलाफ सजा सुनाई गई. ईडी का कहना है कि प्रॉपर्टी की मौजूदा कीमत बाजार में लगभग 1 करोड़ 84 लाख 91 हजार 651 रुपये हैं, इसलिए पूरी 1.68 करोड़ की अवैध कमाई को प्रॉपर्टी के रूप में जब्त कर लिया गया है.

यह भी पढ़ेंः वरंगल में दुल्हन बनकर ठग ले गई 2 लाख कैश और 8 तोला सोना, पुलिस जांच में बड़ा खुलासा- पहले भी दो को बनाया शिकार