नई दिल्लीः भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या से हर 5 साल में श्री राम बरात यात्रा को निकाला जाता था, जिसका आयोजन इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के कारण रोक दिया गया है. धर्म यात्रा महासंघ और विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले श्री राम बरात यात्रा को कारसेवकपुरम से जनकपुर के लिए निकाला जाता था.


विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा का कहना है कि इस साल श्री राम बरात यात्रा को निरस्त करने का फैसला लिया गया है. उनका कहना है कि इस साल कोरोना संक्रमण के कारण श्री राम बारात यात्रा को नहीं निकाला जाएगा, इसलिए हमने लोगों से अपने घरों और मंदिरों में उत्सव मनाने, हल्के मिट्टी के दीपक, शंख बजाने, पवित्र मंत्रों का जाप करने और ध्वजारोहण करने का आग्रह किया है.





धूमधाम से होता था भगवान राम और मां सीता का विवाह

आपको बताते चलें कि विगत कई सालों से धर्म यात्रा महासंघ विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले अयोध्या से श्री राम की बारात यात्रा जनकपुर जाती थी, जिसमें बड़ी संख्या में संत समाज शामिल होता था, ढोल नगाड़ों की धुन पर नाचते गाते बरात लेकर अयोध्या से राम भक्त माता सीता की नगरी जाते थे, वहां धूमधाम से विवाह होता था, लेकिन इस बार कोरोना काल के चलते सारा उत्साह फीका पड़ गया है. अब अयोध्या में रहकर ही राम विवाह के उत्सव को मनाया जाएगा.





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