हैदराबाद: डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने मंगलवार को घोषणा की कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश स्थित कसौली की केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद कोविड-19 के लिए विकसित टीके 'स्पूतनिक-वी' के भारत में क्लीनिकल परीक्षण के दूसरे/तीसरे चरण की शुरुआत की है.


दवा निर्माता कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि कई केंद्रों पर नियंत्रित अनुसंधान किए जाएंगे, जिसमें सुरक्षा और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर अनुसंधान शामिल है. क्लीनिकल परीक्षण जेएसएस मेडिकल रिसर्च द्वारा संचालित किए जा रहे हैं.


डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज के प्रबंध निदेशक जीवी प्रसाद ने कहा, ' भारत में जल्द ही टीके की उपलब्धता के मद्देनजर सरकारी निकायों और कई संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित करने की दिशा में यह एक और महत्वपूर्ण कदम है.'


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