DMK MP A Raja: अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) सांसद ए राजा ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने रविवार (21 जनवरी) को कहा कि तमिलनाडु को हिंदू राष्ट्रवाद की नहीं, बल्कि द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद की जरूरत है. 

समाचार एजेंसी एएनआई ने डीएमके नेता के हवाले से कहा, "हम जाति के नाम पर अलग हो गए हैं और आप (बीजेपी) हमें धर्म के नाम पर एक करने की कोशिश कर रहे हैं. हम कानून के अनुसार धर्म के नाम पर एक होना चाहते हैं, लेकिन हम वैसे हिंदू नहीं बनना चाहते जैसा कि आप कहते हैं."

'हम हिंदू राष्ट्रवाद नहीं चाहते'तमिलनाडु के सेलम में एक सभा में बोलते हुए ए राजा ने रविवार (12 जनवरी) को कहा कि धर्म कभी भी राष्ट्रीयता नहीं बन सकता, लेकिन भाषा राष्ट्रीयता बन सकती है. उन्होंने कहा, "हमें हिंदू राष्ट्रवाद नहीं चाहिए. हमें द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद की आवश्यकता है."

'हिंदू राष्ट्र चाहती है बीजेपी'उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तंज कसते हुए कहा कि वह एक हिंदू राष्ट्र चाहती है. ए राजा ने कहा, "आज वे हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं. पहले धर्म के नाम पर कोई राष्ट्र नहीं था. पाकिस्तान भारत से अलग हो गया, क्योंकि सावरकर ने कहा कि यह एक हिंदू राष्ट्र है, इसलिए जिन्ना ने कहा था कि वे एक इस्लामिक राष्ट्र चाहते हैं और (भारत से) अलग हो गए." 

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते पार्टी प्रमुख एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि डीएमके एक मस्जिद को ध्वस्त करने के बाद मंदिर बनाने से सहमत नहीं है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक डीएमके यूथ विंग के प्रमुख ने 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस का जिक्र करते हुए कहा, "हमें वहां मंदिर बनने से कोई समस्या नहीं है. हम मस्जिद को ध्वस्त करने के बाद मंदिर के निर्माण से सहमत नहीं हैं." 

 प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का प्रसारण बैन करने का आरोपइस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्टालिन सरकार पर आरोप लगाया कि उसने अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सीधे प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि, राज्य सरकार का कहना है कि बीजेपी इस तरह के बयान से जनता का ध्यान डीएमके के युवा कार्यक्रम से हटाने की कोशिश कर रही है.

यह भी पढ़ें- Ramlala Pran Pratishtha: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का क्या होगा शेड्यूल, कौन लोग करेंगे मंदिर में प्रवेश, प्रक्रिया समेत जानें सबकुछ