चेन्नई: तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष द्वारा विपक्ष के नेता एम के स्टालिन को पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी के जल संकट से संबंधित बयान से जुड़े मुद्दे को उठाने देने की अनुमति नहीं देने पर द्रमुक विधायकों ने सोमवार को सदन से वाकआउट किया.द्रमुक ने कहा कि बेदी अपने बयान को लेकर माफी मांगें. पार्टी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उन्हें पद से हटाने का अनुरोध किया है.

सदन में स्टालिन पानी की कमी की स्थिति पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर अपनी बात रखते हुए बेदी के बयान का हवाला देना चाहते थे लेकिन अध्यक्ष ने विधानसभा नियमों का हवाला देते हुए उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी. विधानसभा नियमों के अनुसार राज्यपाल के बारे में चर्चा नहीं हो सकती है.

बेदी ने रविवार को मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि चेन्नई में चार साल पहले जहां भारी बारिश से बाढ़ आई थी, वहीं अब यह देश का पहला सूखा शहर बन गया है. उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट के संदर्भ में जनधारणा है कि यह स्थिति कुशासन, भ्रष्ट राजनीति और उदासीन नौकरशाही के कारण पैदा हुई.

विधानसभा के बाहर द्रमुक प्रमुख ने आरोप लगाया कि बेदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर चेन्नई के जल संकट के लिए कुशासन, भ्रष्ट राजनीति, उदासीन नौकरशाही और लोगों के लापरवाह रवैये को दोषी ठहराया है बाद में एक बयान में द्रमुक प्रमुख ने मांग की कि बेदी अपना बयान वापस लें और तमिलनाडु की जनता से माफी मांगे.