महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है. हालांकि, लोगों को वैक्सीन देने का काम भी किया जा रहा है. इससे पहले 7 से 9 अप्रैल तक महाराष्ट्र के कई जिलों में वैक्सीन की कमी देखने को मिली, जिसकी वजह से कई वैक्सीनेशन सेंटर्स को बंद करना पड़ा. हालांकि, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के गृह जिले जालना में वैक्सीन की कमी देखने को नहीं मिली. उनके जिले जालना में 17 हजार वैक्सीन की खुराक के आवंटन से अधिक 60 हजार वैक्सीन की खुराक प्राप्त हुई. 


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, टोपे ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फोन किया और उन्हें अपने जिले में आवंटन बढ़ाकर 77 हजार खुराक देने को कहा. मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य हर व्यक्ति को वैक्सीन देना है और हम इस मुहिम को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, "वैक्सीन प्राप्त करने वाली लक्ष्य आबादी के 27 फीसदी के औसत के मुकाबले जालना ने उस समय सिर्फ 18.1 फीसदी ही पूरा किया था. यही वजह है कि हमने वैक्सीन का स्टॉक बढ़ाने का फैसला किया." 


1 अप्रैल को जालना भेजी गई थी वैक्सीन 


राज्य टीकाकरण अधिकारी ने 1 अप्रैल को औरंगाबाद से जालना के लिए 60 हजार डोज को डाइवर्ट किया था. इसके बाद जालना शहर में अप्रैल के पहले हफ्ते में दैनिक वैक्सीनेशन को 3 से 5 हजार तक बढ़ाया गया. वहीं, 8 से 9 अप्रैल के बीच महाराष्ट्र के जिलों के अधिकारियों ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को अधिक आपूर्ति के लिए संपर्क किया, जिसके बाद टोपे ने जालना से अन्य जिलों में 15 हजार खुराक भेजा. बता दें कि जालना से अधिक (केवल 8,000-40,000 के बीच) वैक्सीनेशन संख्या वाले नौ जिलों को 1 अप्रैल को इससे अधिक स्टॉक प्राप्त हुआ था.


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