नई दिल्ली: भारतीय सेना के देवलाली स्थित तोपखाने का एक वीडियो सामने आया है जिसमें मल्टीबैरेल रॉकेट लॉन्चर एक साथ फायरिंग कर रहे हैं. बीएम 21 ग्रेड मल्टी बैरेल लॉन्चर एक रूसी सिस्टम है जो भारत ने 70 के दशक में रूस से खरीदा था. कारगिल युद्ध में इन मल्टी बैरेल लॉन्चर ने एक अहम भूमिका निभाई थी. महाराष्ट्र के देवलाली में भारतीय सेना का आर्टेलेरी सेंटर है जहां पर सभी तरह की तोप, रॉकेट और मिसाइल लॉन्चर की ट्रैनिंग दी जाती है. कुछ दिन पहले रॉकेट लॉन्चर की ट्रैनिंग प्रैक्टिस के ही कुछ वीडियो सामने आए हैं.
जानकारी के मुताबिक, एक बीएम 21 ग्रैड रॉकेट सिस्टम में 40 ट्यूब होते हैं, जो एक मिनट में 40 रॉकेट दागते हैं. देवलाली स्थित आर्टेलेरी सेंटर में छह सिस्टम दिखाई पड़ रहे हैं. यानी एक मिनट में 240 रॉकेट एक साथ दागे गए हैं. इस रॉकेट लांचर की रेंज करीब 20 किलोमीटर है.
हालांकि देवलाली सेंटर में जिस पहाड़ी पर ये रॉकेट दागे जा रहे हैं वो करीब 5-6 किलोमीटर की दूरी पर है. दुश्मन की चौकी या फिर बंकर को ध्वस्त करने में इस रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल किया जाता है. यही वजह है कि कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना द्वारा कब्जाई हुईं पहाड़ियों पर इन रॉकेट लॉन्चर्स का इस्तेमाल किया था. जिस तरह वीडियो में दिखाई पड़ रहा है ये लॉन्चर्स ऐसे ही दुश्मन की चौकियों को तबाह करता है.
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