नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संबंधी लॉकडाउन का यहां के व्यपारियों पर बड़ा असर पड़ा है. खास कर छोटे व्यपारियों पर इसकी सबसे ज़्यादा मार पड़ी है. इसी को देखते हुए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने साप्ताहिक बज़ारों को बड़ी राहत दी है. कोरोना महामारी में साप्ताहिक बाज़ार लगाने वालों को बड़ी राहत देते हुए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने साप्ताहिक बाजारों पर लगने वाली फीस को 31 मार्च 2022 तक माफ कर दिया है.


पूर्वी दिल्ली के नवनिर्वाचित महापौर, श्याम सुंदर अग्रवाल ने मंगलवार को घोषणा की कि साप्ताहिक बज़ार लगाने वालों की फीस माफ की जाएगी. उन्होंने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम के इस फैसले से करीब 55000 लोगों को लाभ होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते साप्ताहिक बाजार लगाने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.


साथ ही उन्होंने बताया की पूर्वी दिल्ली नगर निगम कोरोना महामारी के इस मुश्किल दौर में साप्ताहिक बाजार लगाने वालों और रेहड़ी-पटरी वालों की यथा संभव मदद कर रहा है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम स्ट्रीट वेंडर्स को आर्थिक रूप से मदद मुहैया करा रहा है. निगम द्वारा केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 5312 स्ट्रीट वेंडर्स को 10,000 रुपये का कर्ज दिया जा चुका है.


अग्रवाल ने कहा कि एक तरफ पूर्वी दिल्ली नगर निगम साप्ताहिक बाजार लगाने वालों, रेहड़ी पटरी वालों और मजदूरों को राहत पहुंचाने में लगा है तो दूसरी तरफ दिल्ली सरकार उनकी मुश्किलों से बेपरवाह है. 


उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते दिल्ली में बाजारों के साथ साप्ताहिक बाजारों को भी बंद कर दिया गया था. अनलॉक की प्रक्रिया के तहत प्रमुख बाजारों को खोलने की अनुमति प्रदान की गई है, लेकिन अब तक साप्ताहिक बाजारों को नहीं खोला गया है. साप्ताहिक बाजार लगाने वालों की आर्थिक क्षमता बहुत कम है और लॉकडाउन के कारण उनका जीवन बेहद कठिन हो गया है. लाखों लोगों पर आजीविका का संकट है.


पूर्वी दिल्ली महापौर ने मांग की है कि जब बाज़ारों को खोलने का निर्णय लिया गया है तो साप्ताहिक बाजारों को भी कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने की शर्तों की साथ खोल देना चाहिए, ताकि लाखों लोग अपना गुजारा कर सकें.