दिल्ली के लाल किला विस्फोट मामले में नया CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें आतंकी डॉ. मोहम्मद उमर नबी को बदरपुर बॉर्डर टोल प्लाजा से दिल्ली में एंट्री करते हुए साफ-साफ देखा जा सकता है. वीडियो में उमर बार-बार कैमरे की ओर देख रहा है और कार की पिछली सीट पर एक बड़ा बैग रखा हुआ दिखाई दे रहा है. सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, यही सफेद हुंडई i20 (HR 26 CE 7674) कार बाद में लाल किले के पास धमाके में तब्दील हुई थी.
बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली में दाखिल हुआ आतंकी उमर10 नवंबर की सुबह 8 बजकर 2 मिनट पर उमर की कार बदरपुर टोल प्लाजा से गुजरती नजर आई. फुटेज में कार टोल बूथ पर रुकती है, उमर मास्क पहने हुए है और कैमरे की तरफ कई बार देखता है. वह टोल देने के लिए हाथ बाहर निकालता है, इस दौरान वह काफी सतर्क नजर आया.
मस्जिद और कनॉट प्लेस में घूमता दिखा उमरजांच में पता चला है कि धमाके से कुछ घंटे पहले उमर पुरानी दिल्ली की फैज-ए-इलाही मस्जिद गया था. यहां वह करीब 10 मिनट रुका और कैमरे में उसका चेहरा साफ दिखा.इसके बाद 10 नवंबर दोपहर 2 बजकर 5 मिनट पर उमर की i20 कार कनॉट प्लेस के आउटर सर्किल में दिखी. यह जगह संसद भवन से मात्र 3 किलोमीटर दूर है. पुलिस के मुताबिक, ब्लास्ट से पहले उमर कई इलाकों में इस कार से घूमता रहा. वह कभी मस्जिद, कभी बाजार, तो कभी पार्किंग एरिया में गया.
लाल किला पार्किंग का वीडियोधमाके से ठीक पहले का फुटेज लाल किला पार्किंग एरिया का है. शाम 6 बजकर 22 मिनट पर कार को पार्किंग टोल बूथ पर कतार में खड़ा देखा गया. उमर खिड़की से हाथ निकालकर पार्किंग स्लिप लेता हुआ दिखा. वीडियो से साफ है कि वह पूरी तरह सामान्य व्यवहार करने की कोशिश कर रहा था, ताकि किसी को शक न हो.
सबसे भयानक फुटेजसबसे भयावह फुटेज लाल किला मेट्रो स्टेशन सिग्नल का है. शाम 6 बजकर 51 मिनट पर जैसे ही सिग्नल ग्रीन हुआ i20 कार में जोरदार धमाका हुआ. आग की भीषण लपटें उठीं और आसपास की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत और 30 से अधिक लोग घायल हुए. धमाके के झटके से आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी टूट गए.
DNA रिपोर्ट ने पुख्ता किया उमर की मौत का सबूतधमाके के बाद कार के मलबे से उमर के दांत, हड्डियां, खून से सने कपड़े और पैर का हिस्सा बरामद हुआ था. जांच में इनका DNA उसकी मां के सैंपल से मैच हुआ, जिससे यह पुष्टि हुई कि धमाके के वक्त उमर कार में मौजूद था.
पांच बार दिखा CCTV में उमरजांच में सामने आया कि उमर ब्लास्ट से पहले कम से कम पांच बार CCTV कैमरों में नजर आया, लेकिन किसी एजेंसी को उस समय उस पर शक नहीं हुआ. वह दिल्ली की सड़कों पर बेखौफ घूमता रहा. वह मस्जिद गया, कनॉट प्लेस पहुंचा और अंत में लाल किला पार्किंग में तीन घंटे तक बैठा रहा.
अब NIA के हाथ में जांचकेंद्र सरकार ने इस घटना को आतंकी हमला माना है. जांच की जिम्मेदारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है. एजेंसियां उमर के नेटवर्क, फंडिंग और विदेशी कनेक्शन की तहकीकात कर रही हैं.