PFI Program Cancelled in Delhi: विवादित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का आज दिल्ली (Delhi) में होने वाला कार्यक्रम कैंसल कर दिया गया है. पीएफआई आज राजधानी के झंडेवालान (Jhandewalan) में जन सम्मेलन करने वाला था. यह कार्यक्रम झंडेवालान के अंबेडकर भवन में ढाई बजे से शुरू किया जाना था लेकिन अब इस पर रोक लगा दी गई है. दिल्ली पुलिस ने इस पर रोक लगाई. विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने पीएफआई के कार्यक्रम को रोकने की मांग की थी. वीएचपी की तरफ से इस कार्यक्रम के विरोध में दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखी गई थी. चिट्ठी में पीएफआई के कार्यक्रम को तुरंत रोकने की मांग की गई थी. कार्यक्रम रोके जाने के बाद पीएफआई की तरफ से कहा गया है कि संगठन की ओर से आज ढाई बजे दिल्ली  शाहीन बाग में प्रेस वार्ता की जाएगी.


बता दें आतंकी वारदातों, कई दंगों और हत्याओं और के लिए पीएफआई संगठन पर आरोप लगा है. दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुए दंगों में पीएफआई का नाम आया था. यही नहीं, राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की बर्बर हत्या हो या महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की नृशंस हत्या, इनके पीछे भी पीएफआई की साजिश बताई जा रही है. 


यह भी पढ़ें- Explainer: एयरफोर्स की ताकत कहलाने वाला Mig-21 कैसे बन गया उड़ता ताबूत? कारगिल युद्ध में निभाई थी अहम भूमिका


बिहार में PFI सदस्यों पर हो रही यह कार्रवाई


बिहार में पीएफआई से जुड़े लोगों की आतंकी मॉड्यूल के तहत गिरफ्तारियां हुई हैं. बांका में एनआईए ने पीएफआई से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों के पास से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई है. एनआईए ने 28 जुलाई को पटना आतंकी माड्यूल मामले में दरभंगा में तीन संदिग्धों नूरुद्दीन, सनाउल्लाह और मुस्तकीम के घर पर छापेमारी की थी. ये तीन पीएफआई के सक्रिय सदस्य हैं. इसके बाद बांका में गिरफ्तारियां हुईं. आरोपी नूरुद्दीन को हाल में उत्तर प्रदेश को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था, जो फिलहाल पटना की जेल में बंद है. सनाउल्लाह और मुस्तकीम फरार हैं.


पटना आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश होने के बाद 26 संदिग्धों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सभी पीएफआई के सक्रिय सदस्य हैं. मामले का भंडाफोड़ बीती 11 जुलाई को हुआ था. मामले में अतहर परवेज और झारखंड पुलिस के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी मोहम्मद जलालुद्दीन की गिरफ्तारी के साथ आतंकी माड्यूल का पर्दाफाश हुआ था.


यह भी पढ़ें- India COVID 19 Cases: कोरोना मामलों की नहीं थम रही रफ्तार, फिर 20 हजार से ज्यादा मामले आए सामने, 44 लोगों की मौत