Mukherjee Nagar Fire: दिल्ली के मुखर्जी नगर स्थित कोचिंग संस्थान में आग लगने की घटना के एक दिन बाद भी इस हादसे के भयावह दृश्य पीड़ितों की आंखों के सामने आ रहे हैं और वे सो नहीं सके हैं. बिहार से संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा की तैयारी करने आए बृजेश कुमार (22) भी इस हादसे से उबर नहीं पाए हैं और ठीक से नहीं सो पा रहे हैं.  


बृजेश ने कहा, ‘‘मैं फरवरी में बिहार से यहां आया था. इस घटना के वक्त मैं क्लास में था. मुझे साइनस की परेशानी है और मैं धुएं के कारण ठीक से सांस नहीं ले पा रहा था. मैं अपना चेहरा ढककर एक कुर्सी पर बैठ गया. बाद में मुझे आग से बचने के लिए छत पर जाने का विचार आया. इस तरह मैं इमारत से बाहर आया. ’’


बृजेश, लगभग 300-350 छात्रों में से एक है, जो पांच मंजिला इमारत में क्लास कर रहे थे, जिसमें गुरुवार (15 जून) को आग लग गई थी. उन्होंने कहा कि मेरे परिवार को इस घटना के बारे में पता चला और उन्होंने मुझे फोन किया. मैंने उन्हें बताया कि मैं ठीक हूं. मैं कांप रहा था और पूरी रात सो नहीं सका. 


छात्रों ने क्या कहा?
छात्रों ने इमारत के अंदर जाने देने की मांग को लेकर शुक्रवार (16 जून) सुबह छह बजे तक विरोध प्रदर्शन किया. मुखर्जी नगर में कोचिंग करने वाले जोगिंदर यादव (22) ने कहा कि छात्र यह सुनिश्चित करने के लिए इमारत के अंदर जाने की मांग कर रहे थे कि उनका जानने वाला कोई अब भी अंदर नहीं रहे. 


जोगिंदर यादव ने कहा, ‘‘यहां गुरुवार (15 जून) शाम एक महिला ने हमें बताया कि पीजी में उसका पड़ोसी घटना के बाद से लापता है. हमें यह भी पता चला कि इमारत के तीन कमरों में अभी भी ताला लगा हुआ है. ’’


एक अन्य कोचिंग संस्थान में पढ़ने वाले बिहार के छात्र वी एम झा ने आश्चर्य जताया कि अगर कोई हताहत नहीं हुआ तो पुलिस उन्हें इमारत के अंदर क्यों नहीं जाने दे रही है. उन्होंने कहा कि जब इमारत के अंदर कुछ भी नहीं था तो अधिकारियों ने यहां रात के समय 10 से 12 एम्बुलेंस क्यों खड़ी कीं? बंद कमरों को खोल देना चाहिए. इस सप्ताह बिहार से आई एक युवती इस घटना के बाद से लापता है. 


क्या आरोप लगाए?
पुलिस ने काफी देर बाद पांच लोगों को इमारत के अंदर जाने की अनुमति दी. हालांकि, झा और अन्य छात्रों ने आरोप लगाया कि वे सभी स्थानीय हैं और छात्र नहीं हैं. अपना नाम बताने से इनकार करने वाली मौके पर मौजूद एक महिला ने कहा कि वह उन पांच लोगों में से एक थी, जो इमारत के अंदर गए थे. 


महिला ने कहा, ‘‘ हम पांचों एक दूसरे को नहीं जानते थे. जब हम भूतल में दाखिल हुए तो हमने जले हुए बिजली के तार देखे और कुछ गंध भी आ रही थी. पहली मंजिल पर दो बंद कमरे थे. हम सभी मंजिलों पर गए और सामान बिखरा हुआ देखा। चौथी मंजिल पर एक चार्टर्ड अकाउंटेंट का ऑफिस है जो बंद था. ’’


मुखर्जी नगर स्थित कोचिंग संस्थान शुक्रवार को बंद रहे. संस्थानों के सोशल मीडिया समूह पर प्रसारित एक संदेश में छात्रों को बताया गया कि अगली सूचना तक संस्थान बंद रहेंगे.  गौरतलब है कि मुखर्जी नगर सरकारी नौकरी की तैयारी कराने वाले कोचिंग संस्थानों के केंद्र के रूप में जाना जाता है. 


ये भी पढ़ें- Mukherjee Nagar Fire: मुखर्जी नगर में लगी आग पर दिल्ली हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान, पुलिस-एमसीडी को नोटिस जारी कर 2 हफ्ते में मांगा जवाब