Anil Baijal Resigns: दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल ने इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने निजी कारणों का जिक्र करते हुए अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दिया है. पूर्व IAS अधिकारी बैजल को 31 दिसंबर 2016 को उप-राज्यपाल नियुक्त किया गया था. उन्होंने नजीब जंग की जगह ली थी. अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में बैजल मुख्य सचिव रह चुके हैं. 


बैजल का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद जल्द ही सरकार नए उपराज्यपाल की घोषणा कर सकती है. बैजल ने 31 दिसंबर 2021 को उनके कार्यकाल के 5 साल पूरे किए थे. पांच साल से अधिक समय के कार्यकाल के दौरान कई ऐसे मौके आए जब उनकी दिल्ली की केजरीवाल सरकार से टकराव देखने को मिली.


दिल्ली में तीन विषय भूमि, सेवाएं और कानून व्यवस्था सीधे उपराज्यपाल के दायरे में आते हैं. सेवा विभाग पर नियंत्रण का मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में है.


जुलाई 2018 में उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के बाद उपराज्यपाल और आप के बीच तल्खी कम हुई कि दिल्ली के उपराज्यपाल दिल्ली सरकार की ‘‘सहायता और सलाह’’ से बंधे हैं. पिछले साल जुलाई में भी आप सरकार और उपराज्यपाल के बीच तनाव पैदा हुआ जब बैजल ने किसान आंदोलन संबंधी मामलों में पैरवी के लिए दिल्ली मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर वकीलों की सूची को खारिज कर दिया. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी.


इस साल मार्च में, केजरीवाल के एक ट्वीट के बाद बैजल के हटने की अटकलें तेज हो गईं. केजरीवाल ने ट्वीट किया था, ‘‘क्या लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल को दिल्ली का अगला उपराज्यपाल बनाया जा रहा है?’’


बैजल के स्थान पर किसकी नियुक्ति होगी इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि केंद्र नौकरशाह को उपराज्यपाल बनाने की लंबे समय से जारी परंपरा के बजाए किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति को दिल्ली के नए उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त कर सकता है.


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