दिल्ली के जमुना पार इलाके का भीड़भाड़ वाला अस्पताल गुरुवार दोपहर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. आसपास भगदड़ मच गई. किसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है. जब माहौल शांत हुआ तो अस्पताल के प्रेमिसेस में कई जगज खून ही खून पड़ा था. साथ ही एक घायल बदमाश भी पड़ा था.


दरअसल, मंडोली जेल में बंद बदमाश कुलदीप उर्फ फज्जा को दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन ज़ीटीबी अस्पताल इलाज के लिए लाई थी. पुलिस वेन में लेकर कुलदीप को अस्पताल पहुंची और फिर ओपीडी में जांच कराने के बाद जेल वैन तक वापिस पहुंची ही थी. तभी वैन इंचार्ज की आंखों में एक बदमाश ने लाल मिर्ची डाल दी और फिर कुलदीप को छुड़ाने की कोशिश करने लगे.


जिसके बाद पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग शुरू हो गई. कुलदीप उर्फ फज्जा को छुड़ाने आये बदमाश दिल्ली पुलिस का स्टीकर लगी एक स्कॉर्पियो गाड़ी और एक हरियाणा नंबर की बाइक पर सवार थे. करीब 10 से 15 मिनट तक दोनों तरफ से फायरिंग हुई.


1 बदमाश की मौके पर मौत दूसरा घायल


दोनों तरफ से फायरिंग हो रही थी. इसी बीच कुलदीप उर्फ फज्जा भी पुलिस कस्टडी से भागने में कामयाब हो गया. लेकिन भागते बदमाशों पर पुलिस ने करीब 1 दर्जन राउंड फायरिंग की और इस मुठभेड़ में एक बदमाश की मौके पर ही मौत हो गयी. जबकि दूसरा गोली लगने से घायल हो गया. इस मुठभेड़ के दौरान भागते बदमाशों का पीछा भी किया. लेकिन कुलदीप उर्फ फज्जा अपने बाकी साथियों के साथ फरार होने में कामयाब हो गया. मुठभेड़ के बाद जब अस्पताल में सन्नाटा पसरा तो करीब 150 मीटर के दायरे में खून और गोलियो के खोखे पड़े हुए थे.


दिल्ली के टॉप टेन गैंगस्टर में आता है कुलदीप उर्फ फज्जा


दरअसल फरार बदमाश कुलदीप उर्फ फज्जा को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 3 मार्च 2020 को दिल्ली के वांटेड लिस्ट के नंबर वन क्रिमिनल जितेंद्र गोगी के साथ गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था. उस समय पुलिस ने 4 गैंगस्टर गिरफ्तार किए थे जिन पर कुल साढ़े दस लाख का इनाम था. ये दिल्ली में एक साथ इतने बड़े गैंगस्टर्स की पहली बार हुई गिरफ्तारी थी. गिरफ्तारी के समय दिल्ली पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में गोगी पहले नंबर पर जबकि कुलदीप उर्फ फज्जा छठे नंबर पर था.


इनके पास से पुलिस को 6 इंपोर्टेड पिस्टल और 70 जिंदा कारतूस मिले थे. पुलिस के मुताबिक कुलदीप गोगी गैंग का ही मेंबर है. इस गैंग पर दिल्ली में 70 से ज्यादा मुकदमे दर्ज है. कुलदीप के ऊपर ही हत्या, एक्सटॉर्शन जैसे 1 दर्ज़न मुकदमे है. कुलदीप बेहद पढ़ा लिखा और इसने  बीटेक किया हुआ है. और ये बाहरी दिल्ली के नया बॉस गांव का रहने वाला है. कुलदीप ही गोगी गैंग का ब्रेन था. जिसकी जार सलाह पर गोगी अमल करता था.


दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी कुलदीप की तलाश में जुटी


फिलहाल दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल से लेकर हर यूनिट कुलदीप और इसके बाकी साथियों की तलाश कर रही है. पुलिस के मुताबिक इन बदमाशों की स्कॉर्पियो गाड़ी पर नंबर नकली लगा हुआ था. लेकिन जिस तरीके से दिनदहाड़े भीड़ भाड़ वाले वाले अस्पताल में बदमाश फायरिंग कर पुलिस की कस्टडी से एक बदमाश को छुड़ाने में कामयाब हो गए उससे कहीं ना कहीं दिल्ली पुलिस और दिल्ली पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े होते हैं.दिल्ली से वरुण जैन की रिपोर्ट.


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