Delhi Government School Row: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शनिवार (8 अप्रैल) को बीजेपी की ओर से मार्कशीट के तंज के बाद 'एक्स्ट्रा क्लास' आयोजित करने की बात कही. मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर खराब प्रदर्शन करने वाले दिल्ली सरकार के छात्रों की मार्कशीट ट्वीट करने वाले एक बीजेपी (BJP) नेता के जवाब में कहा कि अगर कुछ बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं, तो उनके लिए एक्स्ट्रा क्लास लगाई जाएंगी.

  


बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने सरकारी स्कूलों के छात्रों की मार्कशीट पोस्ट की थी और आरोप लगाया था कि हर साल कक्षा नौ में एक लाख से अधिक बच्चे फेल हो जाते हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, "ये देखिए दिल्ली सरकार के स्कूलों का सच, अरविंद केजरीवाल की शिक्षा क्रांति. किसी बच्चे के 3 नंबर 80 में से, किसी के 5, किसी के 9, हर साल 9वीं में एक लाख से ऊपर बच्चे फेल होते हैं और ये कहते हैं शिक्षा में क्रांति ला दी, गजब है." 


केजरीवाल का पलटवार, कांग्रेस ने भी लगाए आरोप


इस पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि इनमें से ही कोई बच्चा भविष्य में देश का प्रधानमंत्री बनेगा और हम नहीं चाहते कि भविष्य में कोई फर्जी डिग्री लेकर प्रधानमंत्री बने. इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली सरकार के स्कूलों के कक्षा 9 और 11 के छात्रों के परीक्षा पत्रों पर उत्तर लिखने के लिए शिक्षकों को मजबूर किए जाने के आरोपों की जांच की भी मांग की थी. 






सीएम ने एमसीडी की बैठक में क्या कहा था?


इस हफ्ते की शुरुआत में एमसीडी की शिक्षा प्रणाली की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली सरकार का मॉडल ऑफ एजुकेशन बहुत जल्द दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के स्कूलों में लागू किया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा था कि जिन क्षेत्रों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, उन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. 


इन कमियों का किया था जिक्र 


अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया था कि राज्य में कुल 1,578 एमसीडी स्कूल हैं, जिनमें 8.76 लाख बच्चे पढ़ते हैं. इनमें से 342 स्कूल डबल शिफ्ट में चलते हैं. जिन 1185 साइटों पर एमसीडी अपने स्कूल चलाती है, उनमें से लगभग 200 को मरम्मत की आवश्यकता है. बैठक के दौरान, गार्डों की अनुपस्थिति, अनुचित शौचालयों सहित खराब स्वच्छता, साफ-सफाई की कमी, शिक्षकों-प्रधानाचार्यों पर अत्यधिक बोझ और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की कमी जैसी कई कमियों का जिक्र किया गया था. 


सीएम केजरीवाल ने दावा किया था कि एमसीडी के सर्वश्रेष्ठ स्कूल भी दिल्ली सरकार के स्कूलों के स्तर से मेल नहीं खाते हैं. एमसीडी के शिक्षकों और प्रिंसिपल को प्रेरणा की आवश्यकता है. एमसीडी और दिल्ली सरकार के स्कूलों के प्रिंसिपल का एक संयुक्त प्रशिक्षण जल्द ही निर्धारित किया जाना चाहिए. 


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