Center Ordinance Delhi: केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ गैर बीजेपी दलों को एकजुट करने की दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कोशिश लगातार जारी है. मंगलवार (30 मई) को केजरीवाल ने सीपीएम नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की और उनसे राज्यसभा में इसे रोकने के लिए समर्थन मांगा. 


मुलाकात के बाद CPI(M) जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने भी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली की जनता का साथ देने की घोषणा की. केजरीवाल ने सीताराम येचुरी का धन्यवाद करते हुए कहा कि दिल्ली में मोदी सरकार अपनी तानाशाही चला रही है और अध्यादेश लाकर दिल्ली की जनता के हक छीन रही है. राज्यसभा में बीजेपी के पास बहुमत नहीं है. अगर पूरा विपक्ष एक साथ आता है तो राज्यसभा में इस अध्यादेश को गिराया जा सकता है. 


वहीं, सीताराम येचुरी ने विपक्षी दलों से अपील करते हुए कहा कि सभी केंद्र के इस अध्यादेश का विरोध करें और संविधान पर आक्रमण करने वाली मोदी सरकार से इसको बचाएं. इस दौरान आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और राघव चड्ढा और कैबिनेट मंत्री आतिशी भी मौजूद थे. 


'हमारी सारी शक्तियां छीन ली थी'


केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली के लोगों के अधिकारों की 8 साल की लड़ाई के बाद 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि भारत एक जनतंत्र है और यहां जनता की तरफ से चुनी हुई सरकार को जनता के लिए काम करने के लिए पूरे अधिकार और शक्तियां होनी चाहिए. मोदी सरकार ने 2015 में एक अधिसूचना जारी कर हमारी सारी शक्तियां छीन ली थी. जबकि पहले ये शक्तियां दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पास होती थी.


केजरीवाल को किस-किस का मिला समर्थन?


केजरीवाल ने आगे कहा, "इस संबंध में मैं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिला और उन्होंने हमारा समर्थन किया. इसी तरह महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और तेलांगना के सीएम के. चंद्रशेखर राव से मिला और सबने हमारा समर्थन किया है. वहीं, आज सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी और उनकी पार्टी से राज्यसभा में समर्थन मांगने के लिए मिलने आया हूं. सीपीआई(एम) का समर्थन देने के लिए मैं सीताराम येचुरी का शुक्रिया करता हूं."


सीएम केजरीवाल की कांग्रेस से अपील 


अध्यादेश पर कांग्रेस के समर्थन को लेकर सीएम केजरीवाल ने कहा, "मीडिया से जानकारी मिल रही है कि कांग्रेस केजरीवाल का समर्थन नहीं करेगी लेकिन यहां केजरीवाल महत्वपूर्ण नहीं है. यह मुद्दा देश के जनतंत्र, संविधान और दिल्ली के लोगों का जो अपमान हुआ है उससे जुड़ा है. मैं कांग्रेस से यही कहना चाहता हूं कि आप केजरीवाल को छोड़ दीजिए, मेरा समर्थन मत कीजिए, लेकिन मोदी सरकार ने दिल्ली के लोगों का अपमान किया है और उनकी शक्ति छीन ली है. इसलिए आप दिल्ली की जनता के साथ खड़े हों.


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