Delhi: दिल्ली के छावला में स्थित आईटीबीपी कैंप में एक अफसर के बेटे ने आईटीबीपी के कांस्टेबल भूप सिंह मीणा (36) को बुधवार (21 जून) को गोली मार दी. इस कारण कांस्टेबल की जान चली गई. पुलिस ने इसके बाद आरोपी  दिग्विजय (32 साल) को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है. 


पुलिस ने बताया कि आरोपी  दिग्विजय के पिता आईटीबीपी में सेकेंड इन कमांड (2AC) के पद पर हैं. उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. इसके अलावा फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत जुटा लिए हैं. 


पुलिस ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम. हर्षवर्धन ने कहा कि यह पाया गया कि कॉन्स्टेबल भूप सिंह मीणा की आईटीबीपी के 2आईसी रैंक के एक अधिकारी के घर में अधिकारी के बेटे ने गोली मारकर हत्या कर दी. डीसीपी ने कहा कि निजी लाइसेंसी हथियार अधिकारी के नाम पर है और आरोपी दिग्विजय बेरोजगार है. डीसीपी ने कहा, ‘‘हमें संदेह है कि पांच गोलियां चलायी गईं. मकसद की जांच की जा रही है.’’


आईटीबीपी ने क्या कहा?
आईटीबीपी के अधिकारियों ने कहा कि कांस्टेबल मीणा रसोइया के रूप में काम करता था और छावला परिसर में तैनात था. उन्होंने कहा कि उसके परिवार में उसकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं. उन्होंने कहा कि गोलीबारी के सही कारण का अभी पता नहीं चल पाया है. अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय बल द्वारा ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ (सीओआई) का आदेश दे दिया गया है.


लगभग 90,000 कर्मियों वाले आईटीबीपी को मुख्य रूप से चीन के साथ लगती 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की रक्षा के लिए तैनात किया गया है. हालांकि बल देश के आंतरिक सुरक्षा संबंधी विभिन्न प्रकार के कर्तव्यों का भी निर्वहन भी करता है.  


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