News Delhi Crime news: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो फार्म हाउस बेचने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी कर रहे थे. पुलिस का दावा है कि इन दोनों ने एक अन्य रियल एस्टेट वेबसाइट को अमावस बेचने के नाम पर उससे 4 करोड़ 85 लाख रुपये की ठगी की है. 


इतना ही नहीं, इन दोनों के खिलाफ पहले से ही दिल्ली के अलग-अलग थानों में 7 मामले दर्ज है, जो धोखा घड़ी से जुड़े हुए हैं. आरोपियों के नाम गुनवीन सिंह और जितिन पाल सिंह है, दोनों जीजा साले हैं और पंजाब के रहने वाले हैं. सालों पहले दोनों दिल्ली में आ गए थे. दोनों यहां पर प्रॉपर्टी का काम कर रहे थे और इसी की आड़ में ठगी का धंधा चला रहे थे.


फार्म हाउस बेचने के नाम पर ठगी 
ईओडब्ल्यू के डीसीपी विक्रम पोरवाल ने बताया कि ठगी का ये मामला फार्म हाउस बेचने के नाम पर ठगी करने का है. छतरपुर निवासी योगेश त्यागी ने ईओडब्ल्यू में शिकायत दी कि गुनवीन सिंह और जितिन पाल सिंह ने अन्य लोगों के साथ मिल कर ठगी की है. योगेश त्यागी ने पुलिस को बताया कि इन लोगों ने उन्हें डीएलएफ छतरपुर फार्म्स में एक फार्म हाउस दिखाया था. ये फार्म हाउस आहूजा फार्म्स के नाम से था. 


त्यागी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने दावा किया कि उनके पास अग्रीमेंट टू सेल है. त्यागी ने इस फार्महाउस के नाम पर 2 करोड़ 80 लाख रुपये इन लोगों को दिए लेकिन बाद में पता चला कि उस प्रॉपर्टी पर अदालत में मामला चल रहा है. इसके बाद दोनों जीजा साले ने उसी इलाके में दूसरे फार्महाउस का आफर योगेश त्यागी को दिया. 


इश्तिहार देख खुला राज
आरोपियों ने उस फार्महाउस के मालिक के दो बेटों अजय साहनी और राम साहनी से भी त्यागी को मिलवाया गया. दोनों ने कहा कि ये प्रॉपर्टी उनके पिता के नाम पर है और जल्द ही इनके नाम पर ट्रांसफर होने वाली है. त्यागी ने इस बार 2 करोड़ 5 लाख रुपये और दे दिए लेकिन कुछ समय बाद अजय साहनी और राम साहनी की तरफ से अखबार में एक इश्तिहार दिया गया जो उसी फार्म हाउस से संबंधित था.


त्यागी ने जिस फार्महाउस के लिए 2 करोड़ 5 लाख रुपये दिए थे, उसी फार्महाउस के नाम ये इश्तिहार छपा था. इश्तिहार में ये प्रकाशित किया गया कि उक्त फार्म हाउस को लेकर उन्होंने किसी के साथ कोई भी सौदा या अग्रीमेंट नहीं किया है. इसके बाद योगेश त्यागी ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की. ईओडब्ल्यू ने इस शिकायत की जांच शुरू की और बैंक व प्रोपर्टी से संबंधित सभी दस्तावेज और अन्य जानकारी जुटाई गई. जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई. 


2022 से तलाश रही थी पुलिस
जिजा-साले दोनों की इस जोड़ी को नवम्बर 2022 से तलाश की जा रही थी. दोनों गुरुग्राम के अलग अलग अपार्टमेंट में रह रहे थे. दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. डीसीपी विक्रम पोरवाल ने जनता से अपील की है कि जब भी कोई प्रॉपर्टी खरीदनी हो तो उस प्रोपर्टी की जानकारी सम्बंधित विभाग से जरूर एकत्र करें, ताकि कोई आपको धोखा न दे और ठग न सके.


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