दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री आवास पर कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक हुई. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, एनएसए अजित डोभाल शामिल हुए. इसमें सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट और आगे की रणनीति पर चर्चा हुई.
सीसीएस की बैठक बाद गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी की अलग से बैठक भी हुई. दिल्ली ब्लास्ट में जान गंवाने वालों को कैबिनेट मीटिंग में 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
कैबिनेट मीटिंग को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया, "कैबिनेट की बैठक में दिल्ली हमले के खिलाफ प्रस्ताव पास हुआ. बैठक में इस हमले की निंदा की गई और शुरुआत में इस धमाके में जान गंवाने वाले लोगों के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया. आतंकवाद पर हमारी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है."
दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सोमवार (10 नवंबर 2025) को हुए धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई तो वहीं 20 से ज्यादा लोग घायल हैं. इस पर पीएम मोदी ने कहा कि इस ब्लास्ट के षड्यंत्र के तह तक भारतीय एजेंसियां जाएंगी और इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा. इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.
पीएम मोदी ने घायलों से की थी मुलाकात
भूटान से लौटने के बाद पीएम मोदी ने बुधवार (12 नवंबर 2025) को एलएनजेपी अस्पताल में घायल लोगों से मुलाकात की और कहा अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘‘दिल्ली में बम विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलने एलएनजेपी अस्पताल गया. सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. इस साजिश के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा.’’
पुलिस की ओर से श-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और 3 डॉक्टर समेत आठ लोगों को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटों बाद दिल्ली में कार में ब्लास्ट हुआ. पुलिस ने जम्मू कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर लगभग 2,500 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर जब्त किया. एफएसएल के अनुसार, प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि विस्फोटकों में से एक नमूना अमोनियम नाइट्रेट प्रतीत होता है.