दिल्ली विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र आज बुलाया गया है. सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे शुरू होगी. एक दिवसीय सत्र होने के चलते प्रश्नकाल नहीं होगा. केवल महत्वपूर्ण मुद्दों और विधायी मामलों को लिया जाएगा. कोविड-19 महामारी के चलते सत्र कई सुरक्षा उपायों के साथ आयोजित होगा, जिसमें विधायकों और कर्मचारियों की जांच शामिल है. सामाजिक दूरी के नियमों के अनुपालन के लिए सदन में अतिरिक्त कुर्सियां लगाई जाएंगी.


विधानसभा में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और नेता विपक्ष समेत कुछ महत्वपूर्ण सदस्य पहले की ही तरह अपनी सीटों पर बैठेंगे. शेष विधायकों को एक-एक सीट छोड़कर बैठना होगा. सदन में प्रवेश से पहले सभी विधायकों का अनिवार्य कोरोना टेस्ट होगा. विधानसभा में प्रवेश से 48 घंटे पहले ही यह कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं. विधानसभा में भी विधायकों के लिए कोरोना टेस्ट कराने की व्यवस्था होगी.


एक दिन के मानसून सत्र पर बीजेपी ने उठाए सवाल
बीजेपी ने आगामी 14 सितंबर को सिर्फ एक दिन के लिए आयोजित हो रहे दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र पर नाराजगी जताई है. कहा है कि एक दिवसीय मानसून सत्र को बढ़ाकर कम से कम पांच दिन किया जाए. बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष रामवीर विधूड़ी ने कहा, "एक दिवसीय मानसून सत्र को बढ़ाकर कम से कम 5 दिनों का करने की पार्टी मांग करती है. एक दिन में जरूरी मुद्दे नहीं उठाए जा सकते हैं. रेलवे की जमीन पर बसी 48000 झुग्गियों के परिवार वालों को खाली पड़े मकानों में बसाने के मामले को बीजेपी दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में जोरशोर से उठाएगी. बीजेपी दिल्ली के लोगों के हितों से जुड़े हुए सभी मुद्दों को भी मानसून सत्र में उठाने की तैयारी कर रही है."


एक दिवसीय सत्र में कोरोना पर चर्चा सभंव है. दिल्ली में बीते कुछ दिनों से प्रतिदिन लगातार 4 हजार से अधिक नए कोरोना मामले सामने आ रहे हैं. एक दिवसीय सत्र में दिल्ली की अर्थव्यवस्था और उद्योग धंधों पर भी चर्चा हो सकती है.


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