Delhi Assembly Election: दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए बुधवार (5 फरवरी, 2025) को वोटिंग हो चुकी है. इसके परिणाम 8 फरवरी को आने वाले है, लेकिन इन सब के बीच राजनीति और तेज हो गई है. मतदान के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने एक बार फिर से सरकारी मशीनरी के प्रयोग पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद का कहना है कि आठ फरवरी को ईवीएम खुल जाएगी तो सब पता चल जाएगा. जितना सरकारी मशीनरी का प्रयोग किया जा सकता है उतना किया गया है. वह बोले, “मैं दुखी मन से कह रहा हूं कि भारत में लोकतंत्र , राजतंत्र में तब्दील किया जा रहा है. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नारा लगाएं, अब की बार ट्रंप सरकार… अगर आपकी विदेश नीति अच्छी होती तो शायद ऐसा नहीं होता.” 

‘लोकतंत्र का गला घोंटा गया है’

दिल्ली विधानसभा चुनाव ही नहीं चंद्रशेखर ने मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटा गया है. भाजपा ने लोगों को उनके मत का प्रयोग न करने देने का पाप किया है. आज सत्ता में बैठकर उत्तर प्रदेश की सरकार सोच रही है कि वह कभी सत्ता से नहीं जाएगी, लेकिन जनता सरकार को जवाब देगी.

तीन बड़ी पार्टियों के बीच मुकाबला

दिल्ली विधानसभा में प्रमुख रूप से दो पार्टियों के बीच मुकाबला देखने को मिला- भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी. हालांकि, चुनाव में मायावती की बसपा, एनसीपी, असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम, जेडीयू और लोजपा रामविलास जैसी पार्टियों ने भी किस्मत आजमाई. जहां आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के फेस पर चुनाव लड़ा तो वहीं भाजपा और कांग्रेस ने अब तक मुख्यमंत्री फेस का ऐलान नहीं किया था.

70 सीटोंं पर कौन लहराएगा परचम

दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए कम से कम 36 सीटों पर जीत हासिल करना बेहद जरूरी है. एग्जिट पोल के मुताबिक बात की जाए तो कांग्रेस का खाता दिल्ली में खुलता नजर नहीं आ रहा है. सरकार बनाने की रस्साकशी में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी ही लाइमलाइट में है.

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