इंदौर: देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी से 2 और मरीजों की मौत हो गई है. इसके साथ ही, जिले में वायरस के संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 79 पर पहुंच गई है.


मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बतया कि कोविड-19 से संक्रमित 45 वर्षीय महिला और 64 वर्षीय पुरुष ने शहर के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की शिकार महिला पहले से ही मधुमेह और उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) से जूझ रही थी, जबकि पुरुष किडनी की बीमारी से पीड़ित था.




सीएमएचओ ने बताया कि जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 43 और मरीज़ मिलने के बाद इस महामारी की जद में आये लोगों की तादाद 1,611 से बढ़कर 1,654 पर पहुंच गई है. इनमें से 468 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है. ताजा आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि रेड जोन में शामिल इंदौर जिले में मंगलवार सुबह की स्थिति में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 4.78 प्रतिशत थी.


हालांकि, 26 दिन पहले की स्थिति की तुलना में इस मृत्यु दर में 5.55 फीसद की बड़ी गिरावट देखी गई है. प्रदेश सरकार के आंकड़ों के मुताबिक नौ अप्रैल की सुबह की स्थिति में जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर 10.33 प्रतिशत थी. इंदौर में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है.


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