कोरोना संक्रमित समझकर लड़की को कंडक्टर ने चलती बस से फेंका, दिल्ली महिला आयोग ने यूपी पुलिस को जारी किया नोटिस
एबीपी न्यूज़ | 09 Jul 2020 09:23 AM (IST)
लड़की को पथरी की शिकायत थी जिसकी वजह से वो कमजोर हो गई थी और उसे चलने-फिरने में परेशानी हो रही थी. ऐसे में उसे कोरोना संक्रमित समझ कर बस से नीचे फेक दिया गया.
Pic- swati maliwal
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मथुरा में बस में सफर कर रही एक लड़की को कोरोना संक्रमित होने के संदेह में कंडक्टर ने चलती बस से नीचे फेंक दिया. इस हादसे में लड़की की मौत हो गई. दिल्ली के मंडावली की रहने वाली लड़की की उम्र महज 19 साल थी. इस मामले को लेकर अब दिल्ली महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश पुलिस को नोटिस जारी कर 15 जुलाई तक जवाब देने के लिए कहा है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मथुरा पुलिस को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि यह बेहद अमानवीय घटना है. इस घटना से जुड़े सभी अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित की जानी चाहिए. दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस से एपफआईआर की कांपी, आरोपियों के गिरफ्तारी की जानकारी अगर किए गए हैं तो, अगर नहीं किए गए तो उसका कारण बताने को कहा है.
दिल्ली के मंडावली की रहने वाली लड़की अपने परिवार वालों के साथ बस में सफर कर रही थी. जानकारी के मुताबिक वो पथरी की बीमारी से पीड़ित थी और लगातार तबिसत खराब हो जाने कारण कमजोर हो गई थी. उसे उठने-बैठने यहां तक कि खड़े होने में भी परेशानी हो रही थी. इस देखर बस के ड्राइवर और कंडक्टर को उसके कोरोना पीड़ित होने का शक हुआ और उन्होंने उसे चलती बस से नीचे फेंक दिया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. ऐसा परिवार का कहना है. लड़की के परिवार वालों के मुताबिक दिल्ली में उसका कोरोना वायरस टेस्ट करवाया गया था जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, इसके बाद ही उसे भेजा गया था.
चलती बस से फेंके जाने की वजह से लड़की को सर में गंभीर चोट आई और उसी हालत बिगड़ने लगी. लड़की की मां ने कहा कि उन्होंने उसे ऊपर खींचने की पूरी कोशिश की पर वो उसे बचा नहीं सकी.