पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) की मदद से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम भारत में ड्रग्स का कारोबार चला रहा है. मुंबई पुलिस की जांच में सामने आया कि अंडरवर्ल्ड के लोग एजेंसी की नजर से बचने के लिए zangi एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर एक दूसरे से बातचीत कर रहे हैं.

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मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि दुबई में बैठकर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील का भाई अनवर बाबू शेख मुम्बई में ड्रग्स की फैक्ट्री लगवाना चाहता था. अब तक की जांच में सामने आया है कि दुबई के अंडरवर्ल्ड ने अपना मीटिंग पॉइंट बना लिया है, जहां बैठकर हवाला कारोबार और खासकर भारत में अपने धंधे को चला रहे हैं.

'50 लाख रुपये एक व्यापारी के जरिये मुंबई भेजे'एक अधिकारी ने बताया कि अनवर बाबू शेख ने 50 लाख रुपये एक व्यापारी के जरिये मुंबई भेजे थे, उन पैसों को बाद में छोटा शकील के लिए काम करने वाले सरवर मकसूद खान को हैंडओवर किया गया. सरवर ने वो पैसे साजिद इलेक्ट्रिकवाला नाम के ड्रग्स बनाने में एक्सपर्ट को दिए और कहा कि ये पैसे छोटा शकील के भाई अनवर शेख ने भिजवाए है इससे ड्रग्स बनाओ. 

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उन्होंने बताया कि 50 लाख की लागत से साजिद इतना ड्रग्स बनाता जिसे बेचने पर करीबन 5 करोड़ का मुनाफा होता, यह धंधा आगे आए बढ़ाने की प्लानिंग में था पूरा अंडरवर्ल्ड. साजिद जब ड्रग्स नहीं बना पाया और ना ही पैसे लौटाए तो सरवर ने उसे और उसके साथी को अगवा कर लिया और जब साजिद के परिवार वालों ने 50 लाख दे दिए उसके बाद सरवर ने अपनी मांग बढ़ा ली और 3 करोड़ रुपये मांगने लगा.

कहां बनाई गई थी प्लानिंग ?मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट-3 ने साजिद इलेक्ट्रिकवाला नाम के ड्रग्स व्यापारी को उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक महीने बाद रेक्यू कराया, जिसे अगवा कर अवैध रूप से बंधक बना रखा था. एक अधिकारी ने बताया कि मुम्बई जेल में अंडरवर्ल्ड के गुर्गे ने ड्रग्स बनाकर मोटा पैसा कमाने की प्लानिंग की थी, साजिद इलेक्ट्रिकवाला को साल 2015 में ड्रग्स के मामले में महाराष्ट्र ATS ने अंधेरी से गिरफ्तार किया था जिसके बाद वो आर्थर रोड जेल में कैद था.

उसी समय सरवर भी जेल में कैद था जहां दोनों की मुलाकात हुई और फिर ड्रग्स बनाकर मोटा पैसा कमाने की प्लानिंग की गई. जिसकी फंडिंग बाद में छोटा शकील के भाई अनवर बाबू शेख ने करनी शुरू की. इस मामले में गुरुवार को जितेंद्र मंगलसिंह ठाकुर उर्फ अकबर बटला, विजय कृष्णा काले उर्फ सद्दाम (34) और हुसैन अब्दुल फरीद खान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 29 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिसइससे पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों को पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. जिनके नाम यूनुस उमर तैवल पिल, मोहम्मद तौसीफ मोहम्मद हनीफ झेंडी, सतीश भरत कडू, संतोष सीताराम वाघमारे, सरवर मकसूद खान, मेहताब अली मौसम अली खान और राहुल रघुनाथ सावंत हैं. पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है.

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