MQ-9 Reaper Armed Drone Deal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले हफ्ते शुरू होने वाली अमेरिका यात्रा से पहले गुरुवार (15 जून) को रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने अमेरिकी कंपनी जनरल एटॉमिक्स से प्रीडेटर एमक्यू-9बी रीपर (MQ-9B Reaper) ड्रोन खरीदने का प्रस्ताव पास कर दिया. भारत अमेरिका से ऐसे 30 ड्रोन खरीदेगा. भारतीय नौसेना के पास पहले से ये दो ड्रोन किराये पर हैं. MQ-9B Reaper को दुनिया का सबसे घातक ड्रोन माना जाता है.


करीब तीन अरब डॉलर का है ड्रोन की खरीद का सौदा- सूत्र


न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले जानकारी दी कि चीन से लगी सीमा पर सशस्त्र बलों के निगरानी उपकरण बढ़ाने के लिए एमक्यू-9बी प्रीडेटर ड्रोन अमेरिका से खरीदे जाएंगे. यह करीब तीन अरब डॉलर का खरीद सौदा है, जिसके लिए रक्षा मंत्रालय ने हरी झंडी दिखाई है. 


मोदी-बाइडेन की बैठक के बाद हो सकती है घोषणा


अगले हफ्ते व्हाइट हाउस में पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की बैठक होने वाली है, उम्मीद की जा रही है कि ड्रोन खरीद के इस सौदे की घोषणा दोनों नेताओं की बैठक के बाद की जाएगी. 


घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि गुरुवार को डीएसी की एक बैठक में ड्रोन खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. यह बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई. 


समुद्री निगरानी समेत कई भूमिकाएं निभा सकते हैं ये ड्रोन


एमक्यू-9बी रीपर्स ड्रोन के दो वैरिएंट हैं, जिन्हें स्काई गार्डियन और सी गार्डियन के तौर पर जाना जाता है. भारत के तीनों सशस्त्र बलों के लिए 'सी गार्डियन' वैरिएंट खरीदा गया है. ये ड्रोन समुद्री निगरानी में काम आ सकते हैं, साथ ही पनडुब्बी रोधी जंग समेत कई प्रकार की भूमिकाएं निभा सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका से खरीदे जाने वाले 30 ड्रोन में से 14 नौसेना को सौंपे जा सकते हैं जबकि वायुसेना और थलसेना को आठ-आठ ड्रोन मिल सकते हैं.


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