PM Modi Lunch: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संसद भवन की कैंटीन में रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के सांसद एनके प्रेमचंद्रन के लंच करने का मामला कई द‍िनों बाद फिर से तूल पकड़ गया है. केरल की सत्तारूढ़ पार्टी सीपीआई (एम) के नेता ने इसकी कड़ी आलोचना की है जबकि कांग्रेस और आरएसपी सांसद प्रेमचंद्रन के समर्थन में उतर आए हैं. दोनों ने सांसद का बचाव और समर्थन करते हुए साफ क‍िया है क‍ि प्रधानमंत्री की ओर से दिए गए निमंत्रण को स्वीकार करने में कुछ भी गलत नहीं है. 


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक, एनके प्रेमचंद्रन, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता हैं जोक‍ि दक्षिणी राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ विपक्ष की सहयोगी पार्टी है. सीपीआई (एम) नेतृत्व ने 9 फरवरी को संसद भवन की कैंटीन में पीएम मोदी के साथ लंच के न्‍योते को स्वीकार करने के मामले को आरएसएस के साथ 'नई निकटता' बताया. लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के संयोजक ईपी जयराजन ने कहा कि आरएसपी के प्रेमचंद्रन यूडीएफ गठबंधन के हिस्सा हैं. उनको पीएम मोदी के साथ लंच करने की क्या जरूरत थी और इसका क्‍या मतलब है? 


'मार्क्सवादी पार्टी जानबूझकर विवाद पैदा कर रही' 


उधर, कांग्रेस और आरएसपी ने कोल्लम सांसद का पूरा समर्थन क‍िया है. विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने यह भी कहा कि मार्क्सवादी पार्टी जानबूझकर विवाद पैदा कर रही है. इसके पीछे की बड़ी वजह यह है क‍ि उसके पास कहने के लिए और कुछ नहीं है. 


कांंग्रेस सांसद के मुरलीधरन ने क‍िया समर्थन


वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद के मुरलीधरन ने भी कोल्लम से आरएसपी के सांसद को समर्थन क‍िया है. उन्‍होंने कहा कि अगर उनको भी पीएमओ से इसी तरह का निमंत्रण मिलता तो वह भी इसे स्वीकार कर लेते. इस मामले पर सांसद एन के प्रेमचंद्रन ने प्रधानमंत्री कार्यालय से म‍िले निमंत्रण को स्वीकार करने को उचित ठहराया है और इसको राजनीति से परे एक 'फ्रेंडली मीट‍िंग' बताया. 


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