CPI(M) March: महाराष्ट्र में विभिन्न मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेतृत्व में किसानों और श्रमिकों ने रविवार (12 मार्च) को नासिक जिले के डिंडोरी शहर से मुंबई तक पैदल मार्च शुरू किया गया. आयोजकों ने कहा कि प्याज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP), कृषि उपज के लिए उचित मूल्य, किसानों के लिए बिजली बिल माफी, वन भूमि अधिकार और बेमौसम बारिश के कारण फसलों के नुकसान के लिए मुआवजा की मांग जल्द से जल्द पूरी करने को लेकर ये मार्च किया जा रहा है.

इसमें हजारों किसान और असंगठित क्षेत्र के श्रमिक “लॉन्ग मार्च” में शामिल हैं.  बेमौसम बारिश और वन भूमि अधिकारों के कारण फसलों के नुकसान के लिए मुआवजा देने की भी मांग है.  

'जिससे आम जनता को परेशानी न हो'नासिक शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर डिंडोरी से दोपहर 12 बजे शुरू हुए मार्च का नेतृत्व पूर्व विधायक जे. पी. गावित कर रहे हैं. मार्च में शामिल लोगों के हाथ में माकपा के लाल झंडे और तख्तियां थी जिसपर लिखा था-प्याज के लिए समर्थन मूल्य दो. गावित ने कहा, “हालांकि राज्य और केंद्र में माकपा सत्ता में नहीं है, लेकिन हम लोगों के समर्थन से लोगों की समस्याओं के लिए लड़ रहे हैं. हम ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जिससे आम जनता को परेशानी हो.” इस बीच नासिक के जिलाधिकारी ने प्रदर्शनकारियों के नेता गावित से मुलाकात की.  

'आंदोलन जारी रहेगा'मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ प्रदर्शनकारियों की मंगलवार (14 मार्च) को 3 बजे बैठक होगी. इसमें मंत्री और सचिव भी शामिल होंगे, लेकिन किसानों ने कहा कि मार्च चलता रहेगा. मीटिंग में कोई सकारात्मक फैसला नहीं हुआ तो आंदोलन जारी रहेगा. किसानों ने कहा कि  सड़क पर प्याज, धनिया, टमाटर, बैंगन फेंक कर आंदोलन शुरू रहेगा. बता दें कि पूरे मामले को लेकर जिले के पालक मंत्री दादा भुसे और पूर्व एमएलए जेपी गावित ने फोन पर भी चर्चा की. 

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