नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्रियों का सुझाव जरूरी है. एक बार फिर से चुनौतीपूर्ण स्थिति बन रही है, शासन व्यवस्था में सुधार जरूरी है. लोग लापरवाह दिख रहे हैं.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाइट कर्फ्यू की वकालत करते हुए कहा कि इसकी जगह हमें कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) शब्द का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे लोगों में संदेश जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग सवाल उठाते हैं कि क्या कोरोना सिर्फ रात में फैलता है तो मैं कहना चाहता हूं कि नाइट कर्फ्यू का फॉर्मूला दुनियाभर में आजमाया गया है और यह प्रभावी है.


पीएम मोदी ने कहा कि अच्छा होगा हम कोरोना कर्फ्यू रात 10 बजे से चालू करें और सुबह तक चले. ये लोगों को जागरुक करने के काम आ रहा है. उन्होंने कहा कि ‘Test, Track, Treat’ पर हमें बल देना होगा.


पीएम मोदी ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में सभी का कोरोना टेस्ट किया जाना चाहिए. इसका फायदा मिलेगा. अगर कोई वयक्ति कोरोना से संक्रमित होता है तो उसके संपर्क में आने वाले कम से कम 30 लोगों का टेस्ट किया जाना चाहिए. माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर फोकस की जरूरत है.


पीएम मोदी ने कहा, ''आज की समीक्षा में कुछ बातें हमारे सामने स्पष्ट हैं, उन पर हमें विशेष ध्यान देने की जरूरत है. पहला- देश फ़र्स्ट वेव के समय की पीक को क्रॉस कर चुका है, और इस बार ये ग्रोथ रेट पहले से भी ज्यादा तेज है. दूसरा- महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य फ़र्स्ट वेव की पीक को भी क्रॉस कर चुके हैं. कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं. हम सबके लिए ये चिंता का विषय है. तीसरा- इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत अधिक लापरवाह हो गए हैं. अधिकतर राज्यों में प्रशासन भी नज़र आ रहा है. ऐसे में कोरोना केसेस की इस अचानक बढ़ोतरी ने मुश्किलें पैदा की हैं.''


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज सुबह करीब आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 घंटे में कोविड-19 के 1,26,789 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 1,29,28,574 हो गई. 685 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,66,862 हो गई.