जोहानिसबर्ग: कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगी वैश्विक यात्रा पाबंदियों के चलते दक्षिण अफ्रीका में फंसे हुए भारतीयों का आखिरी जत्था रविवार को विमान के जरिए भारत के लिए रवाना होगा. इन 183 यात्रियों में बेंगलुरु के 50 से अधिक आईटी पेशेवर हैं जो कोविड-19 महामारी के कारण समय पूर्व उनके अनुबंध खत्म हो जाने के बाद यहां फंसे हुए थे.

दक्षिण अफ्रीका के 14 नागरिक भी शामिल

इन यात्रियों में दक्षिण अफ्रीका के 14 नागरिक भी शामिल हैं जो अवकाश पर घर आए हुए थे और भारतीय खदानों में अपने काम पर लौट रहे हैं. भारतीयों की वतन वापसी की व्यवस्था ‘इंडिया क्लब’ नाम के समूह ने की है. इससे पहले भी समूह की ओर से भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए एक उड़ान की व्यवस्था की गई थी. विमान की सभी सीट बुक नहीं हुई हैं जिससे संकेत मिलता है कि देश में अब और ऐसे भारतीय नहीं फंसे हुए हैं जो तत्काल वापसी चाहते हैं.

वंदे भारत’ मिशन के तहत भारत सरकार ने की थी तीन उड़ानों की व्यवस्था 

इंडिया क्लब के उपाध्यक्ष जॉन फ्रांसिस ने कहा, ‘‘भारतीयों की वापसी के काम ने हमें अलग अवसर और संतोष प्रदान किया है. सामान्य दिनों के कामकाज के बावजूद हमने देर रात तक काम करने में जरा भी परेशानी महसूस नहीं की और ऐसे अभूतपूर्व समय में किसी की मदद करने का एहसास ही अलग है.’’ ‘वंदे भारत’ मिशन के तहत भारत सरकार ने दक्षिण अफ्रीका से भारतीयों की वापसी के लिए तीन उड़ानों की व्यवस्था की थी.

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