Land For Job Scam: राउज एवेन्यू कोर्ट ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में सीबीआई की ओर से दाखिल फाइनल चार्जशीट पर संज्ञान लेने को लेकर फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस मामले में कोर्ट 25 फरवरी को अपना निर्णय सुनाएगा.
CBI ने कोर्ट को बताया कि इस मामले में कुछ आरोपी और गवाह कॉमन है, ज्यादातर मामलों में आरोप कॉमन है, सभी मामलों में कुल 50 कॉमन विटनेस है. कोर्ट ने CBI से पूछा कि क्या तीनों चार्जशीट पर एक साथ ट्रायल चलाया जाए, या अलग-अलग ट्रायल हों? इस पर सीबीआई ने अपनी राय अदालत के सामने पेश की.
78 लोगों के खिलाफ चार्जशीट, लालू यादव भी शामिलCBI ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में लालू प्रसाद यादव समेत 78 लोगों के खिलाफ आरोप लगाए हैं. सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि इस मामले में शामिल सरकारी अधिकारियों के खिलाफ उचित अथॉरिटी से अनुमति प्राप्त कर ली गई है.
हेमा यादव और मीसा भारती भी आरोपीCBI ने 18 मई 2022 को लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटियां हेमा यादव और मीसा भारती समेत अज्ञात सरकारी अधिकारियों और निजी व्यक्तियों सहित कुल 15 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. बाद में, 7 जून को सीबीआई ने लालू यादव समेत 77 अन्य आरोपियों के खिलाफ अंतिम चार्जशीट दाखिल की.
क्या है "ज़मीन के बदले नौकरी" घोटाला?2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने बिना किसी विज्ञापन के कई लोगों को रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरियां दीं. नौकरी के बदले उन्होंने या उनके परिवार के सदस्यों ने इन लोगों की जमीन अपने नाम करवा ली. जांच में सामने आया कि रेलवे में नौकरी देने के एवज में राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और AK Infosystem Pvt. Ltd. के नाम पर कुल 1,05,292 वर्गफुट जमीन दर्ज करवाई गई. सर्किल रेट के अनुसार इस जमीन की कीमत 4.39 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई है. बदले में संबंधित लोगों को रेलवे के अलग-अलग ज़ोन्स में नौकरी दी गई. अब अदालत 25 फरवरी को फैसला सुनाएगी, जिससे स्पष्ट होगा कि CBI की चार्जशीट पर आगे क्या कार्रवाई होगी.