Counter Terrorism Conference 2022: विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद को सही नहीं ठहराया जा सकता और संयुक्त राष्ट्र द्वारा व्यक्ति और संगठनों पर निष्पक्ष होकर प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए न कि किसी राजनीतिक या धार्मिक सोच के आधार पर.
वैश्विक आतंकवाद रोधी परिषद द्वारा आयोजित ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद रोधी सम्मेलन 2022’ को संबोधित करते हुए लेखी ने आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोगात्मक रवैया अपनाने का आह्वान किया और इस समस्या के मुकाबले के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरूरत पर बल दिया.
उन्होंने कहा, “हमें आतंकवाद से निपटने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरूरत है और आतंकवाद के महिमामंडन और उसे सही ठहराने की अनुमति नहीं दी जा सकती.” उन्होंने कहा कि आतंकवादी केवल आतंकवादी होता है. लेखी ने कहा, “हमें आतंकवाद रोधी और प्रतिबंध लगाने वाली समितियों की कार्यशैली में परिवर्तन करना होगा. पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और दक्षता पूर्ण रवैया आज की जरूरत हैं.”
टी एस तिरुमूर्ति ने भी साधा पाक पर निशाना
वहीं संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने ‘वैश्विक आतंकवाद रोधी परिषद’ द्वारा आयोजित ‘आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2022’ में कहा कि आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध के बीच संबंधों की पहचान की जानी चाहिए और इस समस्या से सख्ती से निपटा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देखा है कि 1993 के मुंबई बम धमाकों के लिए जिम्मेदार अपराध सिंडिकेट को न केवल सरकारी संरक्षण दिया गया, बल्कि उसने पांच सितारा होटल में आतिथ्य सत्कार का आनंद भी लिया।’’ तिरुमूर्ति ने ‘डी-कंपनी’ और उसके प्रमुख इब्राहिम को परोक्ष रूप से निशाना बनाकर यह बयान दिया.
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