एंटीवायरल ड्रग फेविपिराविर (Favipiravir) से मरीजों के ठीक होने का दावा किया गया है. फार्मा कंपनी ग्लेनमार्क ने बुधवार को क्लीनिकल ट्रायल के तीसरे चरण के नतीजों का ऐलान किया. इसका इस्तेमाल हल्के से मध्यम कोविड-19 रोगियों पर किया गया. इस दौरान कोविड-19 के रोगी 40 फीसदी तेजी के साथ रिकवर हुए.


फेविपिराविर के तीसरे चरण का ट्रायल पूरा


दुनिया में कोरोना वायरस का कहर हर दिन पुराने रिकॉर्ड तोड़ता हुआ नजर आ रहा है. दुनिया में अबतक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल एक करोड़ 53 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना वायरस से बचाव के लिए दवा और वैक्सीन पर काम तेजी से चल रहा है. इस बीच भारत में फार्मा कंपनी ग्लेनमार्क की दवा फेविपिराविर के नतीजे हौसला बढ़ानवाले दिखाई दिए. कंपनी ने तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजों का ऐलान बुधवार को किया. कंपनी का दावा है कि कोविड-19 के रोगियों पर दवा का सकारात्मक असर दिखाई दिया. तीसरे चरण के ट्रायल में इस बात का पता लगाना था कि क्या दवा सुरक्षित और प्रभावी है.


'कोविड-19 के रोगियों पर दवा का अच्छा असर'


फेविपिराविर का ट्रायल 150 मरीजों पर भारत के सात जगहों पर हल्के से मध्यम कोविड-19 रोगियों पर किया गया. ट्रायल के दौरान कोविड-19 के मरीज 40 फीसद तेजी से रिकवर हुए. ग्लेनमार्क को पिछले महीने भारतीय औषधि महानियंत्रक से दवा के विनिर्माण एवं विपणन की मंजूरी मिली थी. आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या 12 लाख 39 हजार से ज्यादा हो चुकी है. फिलहाल कोविड-19 के इलाज के लिए किसी भी दवा या वैक्सीन के पूरी तरह से सफल होने का दावा नहीं किया गया है. WHO के विशेषज्ञ भी बुधवार को 2021 की शुरुआत से पहले कोविड-19 वैक्सीन मिलने को मुश्किल बता चुके हैं.


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डब्ल्यूएचओ एक्सपर्ट ने कहा- 2021 की शुरुआत से पहले कोविड-19 वैक्सीन मिलना मुश्किल