नई दिल्ली: वैसे तो कोरोना काल से सभी परेशान है और दुआएं कर रहे हैं कि जल्द इस वायरस की वैक्सीन बन जाए और लोगों की जान बचे. हलांकि यह कोरोना काल  51 साल के मोहम्मद नुरुद्दीन के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ. दरअसल इन दिनों मोहम्मद नुरुद्दीन चर्चा में हैं.

वजह ये है कि उन्होंने 33 साल बाद 10वीं की परीक्षा पास कर ली है. वह 33 सालों से वह लगातार फेल होते रहे लेकिन कभी हार नहीं मानी. अब जब सरकारों ने कोरोना की वजह से सभी छात्रों को पास करने का फैसला ले लिया तो इसका फायदा उन्हें भी मिला.

हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद नुरुद्दीन ने बताया,'' मैं 1987 से 10वीं की परीक्षा लगातार दे रहा हूं. मैं अंग्रेजी में कमजोर हूं इसलिए इसमें फेल हो जा रहा था. लेकिन इस बार मैं पास हो गया हूं क्योंकि इस कोविड-19 की वजह से सरकार ने छूट दे दी है.''

बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की वजह से देश के कई राज्यों में स्कूलों की परिक्षाएं रद्द कर दी गई. राज्यों के बोर्डों ने फैसला किया इस बार किसी को फेल नहीं किया जाएगा. इसकी वजह से कई छात्रों का बेड़ा पार हो गया, उन्हीं में एक मोहम्मद नुरुद्दीन भी हैं.