नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए की जाने वाली पीसीआर जांच की संख्या मंगलवार को 50 लाख के पार चली गई. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 2.66 लाख से पार चले गए हैं.


आईसीएमआर के अधिकारियों ने बताया कि नौ जून तक 50,30,700 नमूनों की जांच की गई है. सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटे में 1,41,682 नमूनों की जांच की गई.


जांच करने की क्षमता प्रतिदिन बढ़ाकर 1.4 लाख की गई है. 553 सरकारी और 231 निजी लैब जांच में लगी हुई हैं. सूत्रों ने बताया कि हर रोज़ दो लाख जांच करने की क्षमता के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.


मुंबई सबसे ज्यादा प्रभावित, वुहान को पीछे छोड़ा
कोरोना वायरस के पहले केस से लेकर चीन के वुहान शहर में अब तक 50,334 कोरोना के पॉजिटिव केस सामने आए हैं. देश में कोरोना का केंद्र बने मुंबई शहर ने वुहान को पीछे छोड़ दिया है. मुंबई में कुल कोरोना संक्रमित 51,100 मामले सामने आए हैं.


महाराष्ट्र में 3289 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. मुंबई में कुल कोरोना संक्रमित 51,100 मामले सामने आए हैं और 1760 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई है.


भारत में कहां तक पहुंचा आंकड़ा


देश में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा कहर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात में देखा जा रहा है. इनमें सबसे आगे महाराष्ट्र है, जहां 90 हज़ार से ज्यादा कोराना के मामले सामने आ चुके हैं, जबकि तमिलनाडु में 33229, दिल्ली में 29943 और गुजरात में 20545 कोरोना के मामले दर्ज हुए हैं.


भारत में अब तक 2,66,598 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 7466 मरीज़ों की मौत हुई है, जबकि 1,29,214 मरीज़ एक्टिव हैं. रिकवर यानी ठीक हुए मरीज़ों की बात की जाए तो उनका आंकड़ा 1,29,214 तक पहुंच चुका है.