Covid Cases in India: कोरोना वायरस के बढ़ते केस ने एक बार से देश की चिंता बढ़ा दी है. कोविड के सब वैरिएंट जेएन.1 (JN. 1 variant) के  गुरुवार (22 दिसंबर) तक देश मेंतक जेएन.1 के 22 मामले आ चुके हैं. 


न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सब वैरिएंट जेएन.1 के 22 मामलों में से 21 गोवा में आए हैं. इसके अलावा एक केस दक्षिण के राज्य केरल में सामने आया है. दक्षिणी राज्य में 79 वर्षीय महिला को संक्रमण से संबंधित कोई जटिलता नहीं है. महिला भारत में जेएन.1 से संक्रमित होने वाली पहली व्यक्ति थी. इसके बारे में आठ दिसंबर को पता चला था.


वहीं गोवा में आए सभी 21 मामलों को लेकर सूत्रों ने कहा कि  सब वैरिएंट जेएन.1 तेजी से नहीं फैला है.


जेएन.1  को लेकर किसने क्या कहा?
कोविड के सब वैरिएंट जेएन.1 को लेकर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने सोमवार (18 दिसंबर) को इसको लेकर कहा कि बस सावधानी बरतने की जरूरत नहीं है. पॉल ने कहा कि जेएन.1 के सभी मामलों में से 92 फीसदी घर में इलाज करा रहे हैं. 


क्या तैयारी हुई?
कोरोना वायरस को लेकर हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की थी. इसके बाद मंडाविया ने कहा था कि  किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना है. हमारी  सरकार सभी राज्यों का हर प्रकार से सहयोग करने के लिए तैयार है.


बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ करार दिया है. जेएन.1 का पहला केस अगस्त के महीने में लक्जमबर्ग (Luxembourg) में आया था. 


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