नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन के बाद कोरोना को लेकर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक हुई. स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्ष वर्धन के नेतृत्व में हुई इस बैठक में इस वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने को लेकर तैयारी का जायजा लिया गया. वहीं, ये फैसला भी किया गया की पीएम द्वारा कल की गई सम्पूर्ण लॉकडाउन का देश के सभी राज्यों में सख्ती से पालन हो. वहीं केंद्र और राज्य सरकार के हर निर्देश का पालन हो.


बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्ष वर्धन, विदेश मंत्री एस जयशंकर, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी, गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय, फार्मा मंत्री मनसुख मांडवीया, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और इन मंत्रालयों के सचिव शामिल हुए.


लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए जल्द राज्य सरकारों को कोरोना से निपटने के लिए एक अलग अस्पताल तैयार रखें. वहीं, इन अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू और वेंटिलेटर जैसी सुविधा हो. साथ ही डॉक्टरों की व्यवस्था रखे. इसके अलावा इलाज के दौरान डॉक्टरों के इस्तेमाल वाली हर चीज, जिसमें पीपीई यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट, ग्लव्ज, ग्लासेज जैसी चीजों की उपलब्धता रखे. वहीं, अभी तक की तैयारी का भी जायजा लिया.


वहीं, इस बैठक में डॉक्टरों और हेल्थ केयर के लोगों से मकान खाली करवाने का मुद्दा भी उठा. जिसमे डॉक्टरों से कुछ मकान मालिक इसलिए घर खाली करवा रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है वो संक्रमण अपने साथ ले आएंगे और उन्हें भी ये संक्रमण हो जाएगा.


कोरोना की वजह से अब तक भारत में 606 लोग संक्रमित हो चुके हैं. जिसमे 563 भारतीय नागरिक है जबकि 43 विदेशी नागरिक इस वायरस से संक्रमित हैं. वहीं इस से अब तक 43 संक्रमित मरीज ठीक भी हो चुके हैं.