Corona Vaccine: भारत के टीकाकरण सर्टिफिकेट को पांच और देशों ने मान्यता दे दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने जानकारी दी है कि एस्टोनिया, किरगिस्तान, स्टेट ऑफ फिलिस्तीन, मॉरीशस और मंगोलिया ने भारत के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को मान्यता देने की फैसला किया है. 


इससे पहले ब्रिटेन के अलावा 30 से ज्यादा देशों ने भारत के कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को परस्पर मान्यता देने का एलान किया था. भारत के साथ परस्पर मान्यता देने वालों में फ्रांस, जर्मनी, नेपाल, बेलारूस, लेबनान, अरमेनिया, यूक्रेन, बेल्जियम, हंगरी और और सर्बिया जैसे मुल्क शामिल हैं.


हालांकि कोविड 19 नियमों के अलावा दक्षिण अफ्रीका, ब्राज़ील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन और कुछ यूरोपीय देशों के यात्रियों को भारत आने पर कुछ अतिरिक्त नियमों का भी पालन करना होगा. 


 






ऑस्ट्रेलिया ने कोवैक्सीन को दी मान्यता


ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरणों के नियामक ने सोमवार को भारत के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को औपचारिक रूप से मान्यता दी. देश की सीमा भी लगभग 20 महीनों में पहली बार फिर से खोल दी गई है. भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविशील्ड भारत में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले दो टीके हैं. ऑस्ट्रेलिया कोविशील्ड को पहले ही मान्यता दे चुका है.


ऑस्ट्रेलिया के औषधि और चिकित्सा उपकरण नियामक टीजीए ने कहा, ‘‘थेरापेटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (टीजीए) ने तय किया है कि कोवैक्सीन (भारत बायोटेक द्वारा निर्मित) और बीबीआईबीपी-कोर वी (शिनोफार्म, चीन द्वारा निर्मित) को यात्रियों के टीकाकरण की स्थिति के लिए मान्यता दी जाएगी.’’ यह मान्यता 12 वर्ष और उससे अधिक आयु के यात्रियों के लिए है जिन्हें कोवैक्सीन का टीका लगाया गया है और उन 18 से 60 वर्ष के लोगों के लिए है जिन्हें बीबीआईबीपी-कोर वी का टीका लगाया गया है.


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