नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल के सीएम वाले विवाद की हवा के बीच छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक लगातार दिल्ली पहुंच रहे हैं. चार और विधायक दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. अब तक 19 विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं. दावा 25 विधायकों के दिल्ली में होने का किया जा रहा है. राज्य में विधानसभा की 90 सीटें हैं. इनमें कांग्रेस के 70 विधायक हैं.


पहले भी हुआ विधायकों का शक्ति प्रदर्शन


करीब एक महीने पहले सीएम भूपेश बघेल ने इसी तरह दिल्ली में विधायकों का शक्ति प्रदर्शन करवाया था, जिसके बाद ढाई ढाई साल सीएम के विवाद पर चर्चा रुक गई थी. अब फिर अचानक विधायकों का दिल्ली आने का सिलसिला शुरू हो गया है. जिसे आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ कांग्रेस में होने वाले घमासान के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.


कांग्रेस विधायकों ने दिल्ली जाने पर रखे अजीबोगरीब तर्क


कुछ कांग्रेस विधायक जब रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना हो रहे थे तो एबीपी न्यूज ने उनसे दिल्ली जाने की वजह पूछी. इस पर ज्यादातर विधायकों ने एक ही तरह का कारण बताया. तीन विधायकों ने एक साथ कहा कि हम बच्चों के लिए जा रहे हैं. वहीं एक विधायक ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने जा रहा हूं. वहीं, दिल्ली से लौटे एक मंत्री जी ने कहा कि मैं न भूपेश बघेल के साथ हूं और न ही टीएस सिंह देव के साथ. मैं कांग्रेस के साथ हूं.


क्या है पूरा विवाद?


दरअसल, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल बनाम टीएस सिंह देव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर ढाई-ढाई साल पर रोटेशन का झगड़ा है. इसको लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मज़बूत वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव वर्तमान सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते रहे हैं.


ढाई साल पहले छतीसगढ़ में भारी बहुमत से आई कांग्रेस सरकार में 17 दिसम्बर 2018 को भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बनाए गए थे. माना जाता है कि तब कांग्रेस ने छतीसगढ़ के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को ये कह कर बघेल के नाम पर राज़ी किया था कि ढाई साल बाद मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया जाएगा. 


यह भी पढ़ें-


गांधी जयंती पर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज, बापू के सत्याग्रह को किसान आंदोलन से जोड़ा


Coronavirus Updates: देश में पिछले 24 घंटों में 24 हजार 354 नए केस दर्ज, 234 लोगों की मौत