कलबुर्गी में सोशल मीडिया पर एक विवादित पोस्ट ने राजनीतिक और सामाजिक विवाद खड़ा कर दिया है. नगर निगम के कई कॉरपोरेटरों ने आरोप लगाया है कि सिटी कॉरपोरेशन मैनेजर अंबादास खतल ने बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़ा आपत्तिजनक और भड़काऊ स्टेटस पोस्ट किया है. इस विवादित पोस्ट के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कर FIR की मांग की गई है.

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पोस्ट पर भड़काऊ कंटेंट का आरोपFIR में दर्ज बयान के अनुसार, यह पोस्ट कथित रूप से ऐसे संदेशों के साथ प्रसारित हुआ, जो साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ावा दे सकते हैं और मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को आहत कर सकते हैं. शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यह पोस्ट क्षेत्र की शांति और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए संभावित खतरा है. कॉरपोरेटरों ने बताया कि कई स्थानीय नागरिकों ने उन्हें यह स्टेटस दिखाया और असंवेदनशील बताते हुए आपत्ति जताई. शिकायत में यह भी उल्लेख है कि कॉरपोरेटरों ने 6 दिसंबर 2025 को दोपहर 3:45 बजे स्वयं निगम कार्यालय में यह वीडियो देखा.

साम्प्रदायिक सौहार्द को लेकर चिंताकॉरपोरेटरों ने अधिकारियों से मांग की है कि अंबादास खतल के खिलाफ त्वरित FIR दर्ज की जाए और कानूनन कार्रवाई की जाए, ताकि शहर में सांप्रदायिक तनाव न बढ़े और सौहार्द बना रहे.

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इमरान मसूद का बयानइसी बीच, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी मस्जिद’ नाम से मस्जिद निर्माण पर आपत्ति जताई है. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मस्जिद की नींव रखने वाले विधायक हुमायूं कबीर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. मसूद ने कहा कि मस्जिद बनाने का विरोध नहीं है, लेकिन "नफरत फैलाने के इरादे से बाबरी नाम देना गलत है." उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के कदम देशभर में तनाव फैलाने की कोशिश हैं. मसूद ने कहा, जहां मुसलमान कम हैं, वहां ऐसी राजनीति से उन्हें नुकसान होगा और यह कदम कहीं अधिक मस्जिदों को विवाद में घसीटने की साजिश जैसा है.