BBC Documentary controversy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री (India: The Modi Question) विवादों में है. इसे भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है. हालांकि, इसके बावजूद कुछ लोगों द्वारा इसकी स्क्रीनिंग के कार्यक्रम को लेकर पैंपलेट्स बांटे गए. दिल्‍ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने भी विवादित डॉक्‍यूमेंट्री का पोस्‍टर शेयर किया.

Continues below advertisement

आइशी घोष ने अपने फेसबुक पेज पर "India: The Modi Question" नाम की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग कराने की बात कही. उन्‍होंने इसकी स्क्रीनिंग का पोस्टर भी साझा किया. उन्‍होंने कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के लिए हमारे साथ जुड़ें, जिसे सबसे बड़े "लोकतंत्र" की "चुनी हुई सरकार" द्वारा "प्रतिबंधित" किया गया है. आइशी का पोस्‍ट वायरल होने पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रशासन ने एक एडवाइजरी जारी कर दी है. 

विवादित डॉक्यूमेंट्री न दिखाने की हिदायत 

Continues below advertisement

जेएनयू प्रशासन ने एक अर्जेंट एडवाइजरी जारी कर कहा, ''ऐसे अनऑथराइज प्रोग्राम से यूनिवर्सिटी कैंपस की शांति भंग हो सकती है. छात्र-छात्राओं को सलाह है कि इस तरह के विवादित कार्यक्रम न करें. और, जो भी जो छात्र-छात्राएं ऐसा शेड्यूल बना चुके हैं, वे भी इसे रद्द कर दें. ऐसा न करने पर उन छात्र-छात्राओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कारवाई की जाएगी.'

जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) प्रशासन के मुताबिक, बिना प्रशासन की अनुमति के जेएनयूएसयू के नाम पर कुछ छात्रों द्वारा यूनिवर्सिटी परिसर में विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करवाने के पैंपलेट्स बांटे गए. जिसके बारे में 24 जनवरी रात 9 बजे स्क्रीनिंग की जानकारी दी गई है. ऐसे में उन छात्रों को सलाह है कि इस कार्यक्रम को रद्द कर दें. 

गौरतलब है कि हाल ही में भारत में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर रोक लगाई गई है. ऐसे में आशंका जताई जा रही हैं कि जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष के आमंत्रण पर वामपंथी विचारधारा के छात्र ऐसी डॉक्यूमेंट्री जबरन कैंपस में न दिखा दें. इसे देखते हुए कल जेएनयू परिसर में सुरक्षा और कड़ी की जा सकती है.

यह भी पढ़ें:'नेताजी ध्रुव तारे की तरह हैं, उनको कभी भुलाया नहीं जा सकता', पोर्ट ब्लेयर में बोले अमित शाह- उनका नाम सुनते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं