Constitution Day 2021: आजाद भारत के इतिहास में 26 नवंबर का दिन हर भारतीय के लिए बेहद की खास है. आज संविधान दिवस है. 26 नवंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत तरीके से अपनाया था. संविधान हमें देश के आजाद नागरिक की भावना का अहसास कराता है. इसके अलावा अधिकारों के साथ कर्तव्यों के प्रति भी हर नागरिक को जिम्मेदार होने की भावना का विकास करने की कोशिश करता है. इसे राष्ट्रीय कानून दिवस के रुप में मनाया जाता है. संविधान दिवस के मौके पर नेताओं और मंत्रियों ने अपने विचार साझे किए हैं.


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कू पर लिखा,''भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है. संविधान दिवस के अवसर पर देश को प्रगतिशील संविधान देने वाले बाबासाहेब आंबेडकर जी और सभी देशभक्तों को नमन. सभी को भारतीय संविधान दिवस तथा राष्ट्रीय कानून दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.







केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल


केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने लिखा,'' भारत के 73वें संविधान दिवस पर सभी को बधाई. अथक प्रयासों से, हमारे संस्थापकों ने 1949 में आज ही के दिन हमें हमारा संविधान दिया था. आइए आज हम प्रस्तावना पढ़ते हैं, हमारे संविधान निर्माताओं को सलाम करते हैं और एक नए के निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं.







मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कू पर लिखा, ''आज संविधान दिवस है. यह हम भारतीयों के सशक्तिकरण का दिन है. हम नागरिकों को भारतीय संविधान ने अपार शक्ति दी है, साथ ही कुछ जिम्मेदारियां भी. अधिकार छोड़ें नहीं और कर्तव्य को भूले नहीं, यही अपने संविधान और देश के प्रति हम सबकी जिम्मेदारी है.''







यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ


संविधान दिवस के मौके पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कू पर कहा, ''भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व-संपन्न, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए सर्वसमावेशी संविधान के स्वीकृति दिवस ’संविधान दिवस’ की आप सभी को बधाई. आइए, संविधान निर्मात्री सभा के सभी सदस्यों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए हम सभी संविधान के पालन हेतु प्रतिबद्ध हों।







गोवा के सीएम प्रमोद सावंत


गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कू पर लिखा, '' संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाने के दिन को संविधान दिवस के रुप में मनाया जाता है. भारत का संविधान अपने लोगों में संप्रभुता रखता है और यह लोकतंत्र की अंतर्निहित भावना को दर्शाता है.







भारत का संविधान दुनिया में सबसे बड़ा लिखित संविधान है. पूरा संविधान तैयार करने में 2 साल, 11 माह 18 दिन लगे थे. यह 26 नवंबर, 1949 को पूरा हुआ था. जिसके बाद 26 जनवरी, 1950 को भारत गणराज्य का ये संविधान लागू हुआ था.


Kisan Andolan: दिल्ली के बॉर्डर पर महापंचायत में जुटे सैकड़ों किसान, टिकैत बोले- बिना बातचीत के आंदोलन खत्म करने का प्लान नहीं


Farmers Protest: प्रियंका गांधी का तंज, कहा- अन्नदाताओं पर अत्याचार और अहंकार के लिए जानी जाएगी बीजेपी सरकार