नागपुर: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने आज कहा कि अगर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनना चाहें तो गठबंधन के भीतर उनके लिए आम-सहमति बनाने का प्रयास किया जा सकता है. अठावले नागपुर के रवि भवन में मीडिया से बातचीत कर रहे थे. वह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के जन्मदिन समारोह में शामिल होने आये थे.

''पवार एक बुद्धिमान राजनेता हैं और वह हारने के लिए नहीं लड़ेंगे''

केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि पवार एक बुद्धिमान राजनेता हैं और वह हारने के लिए नहीं लड़ेंगे. अगर वह चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उन्हें एनडीए के साथ आना चाहिए. इससे पहले विपक्षी खेमा राष्ट्रपति पद के लिए पवार के नाम पर विचार-विमर्श कर चुका है. महाराष्ट्र के दिग्गज नेता ने तब कहा था कि वह राष्ट्रपति चुनाव में किस्मत नहीं आजमाएंगे.

अठावले ने राष्ट्रपति चुनावों के उम्मीदवार के सवाल पर कहा, ‘‘केवल एनडीए उम्मीदवार ही चुनाव जीतेगा. पवार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे संबंध हैं और उन्हें प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से अपनी उम्मीदवारी पर बात करनी चाहिए.’’ केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा, ‘‘अगर वह एनडीए के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे तो हम उनका समर्थन करेंगे. हालांकि उन्हें यूपीए उम्मीदवार के तौर पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए.’’

सरकार के तीन साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा

अठावले ने एनडीए सरकार के तीन साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि मोदी का रख दलित समर्थक है और बड़ी संख्या में दलित भी बीजेपी के लिए वोट दे रहे हैं. कई राज्यों में हाल ही में हुए चुनावों में मिली सफलता में यह चीज देखी जा सकती है.

अठावले ने उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दलितों के घरों पर हुए कथित हमलों की निंदा की और कहा कि उन्हें सुरक्षा मिलनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा राज्य सरकार को हिंसा के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.

राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने से पहले विपक्ष से करेंगे चर्चा: अमित शाह

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने से पहले विपक्षी दलों के साथ विचार विमर्श करेगी. विपक्षी दल इस शीर्ष संवैधानिक पद के लिए संयुक्त प्रत्याशी खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष हालांकि इस बारे में सवालों को टाल गए जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या बीजेपी इस बारे में विपक्षी दलों के साथ आमसहमति बनाने का प्रयास करेगी.

अमित शाह ने कहा, ‘‘आमसहमति ऐसा शब्द है जिसे खूबसूरत तरीके से उपयोग में लाया जाता है. लेकिन हम सभी के साथ चर्चा करेंगे. हम विपक्ष के साथ भी बात करेंगे. ’’ उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस और वाममोर्चा ने कहा है कि अगर बीजेपी नीत एनडीए हिन्दुत्व की ओर झुकाव वाले किसी उम्मीदवार को चुनेगी तब विपक्ष की ओर से धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवार उतारा जायेगा.

एनडीए के उम्मीदवार के संभावित नामों पर कुछ भी बोलने से इंकार

हालांकि सत्तारूढ़ गठबंधन इस बारे में विपक्षी दलों के रूख से अप्रभावित दिख रहा है क्योंकि राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में संख्याबल उनके पक्ष में है. अमित शाह ने हालांकि राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार के संभावित नामों पर कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए कहा कि इस बारे में अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है.

उन्होंने कहा, ‘‘ अभी हमने कोई नाम तय नहीं किया है. हम सबसे पहले एनडीए के घटक दलों के साथ चर्चा करेंगे. इसके बाद विपक्ष से चर्चा करेंगे. ’’ राष्ट्रपति चुनाव में इलेक्टोरल कालेज में कुल 11,04,546 वोट होते हैं और बीजेपी नीत एनडीए दलों के मतों की संख्या करीब 5.38 लाख वोट है.

जुलाई में होना है राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव

एनडीए को वाईएसआरसीपी का समर्थन मिलने से उसने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. वाईएसआरसी पी आंध्रप्रदेश में जगनमोहन रेड्डी की पार्टी है. टीआरएस ने भी समर्थन देने का संकेत दिया है. बीजेपी को तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के दोनों गुटों के समर्थन की उम्मीद है. राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव जुलाई में होना है.