नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कल कहा था कि गिलगित-बाल्टिस्तान जम्मू कश्मीर के ही हिस्से हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि पीओके पर पाकिस्तान का नहीं बल्कि आतंकवादियों का नियंत्रण है. सेना प्रमुख के इस बयान को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि सेना प्रमुख जल्द रिटायर होने वाले हैं, इसीलिए ऐसे बयान दे रहे हैं.
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, ''सेना प्रमुख को राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए. सेना प्रमुख को सरकार से अनुमति लेनी चाहिए और पीओके पर हमला कर उसे वापस लेना चाहिए. केवल बयान देने से मसला हल नहीं होगा. मुझे लगता है कि वह जल्द ही रिटायर होने वाले हैं.''
सेना प्रमुख ने क्या कहा था? सेना प्रमुख ने कहा, ''जब हम जम्मू और कश्मीर कहते हैं, तो जम्मू और कश्मीर के पूर्ण राज्य में पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान भी शामिल हैं. पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान एक अधिकृत क्षेत्र बन गया है. एक ऐसा क्षेत्र जो जिस पर हमारे पश्चिमी पड़ोसी ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है.''
बिपिन रावत ने कहा, ''जिस क्षेत्र पर पाकिस्तान ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है, उसे पाकिस्तानी प्रशासन नियंत्रित नहीं करता बल्कि इसे आतंकवादी नियंत्रित करने हैं. पीओके वास्तव में एक आतंकवादियों के नियंत्रिण वाला देश या फिर पाकिस्तान का आतंकवादी नियंत्रिण वाला हिस्सा है.''
सेना को मजबूत करने की बात करते हुए आर्मी चीफ ने कहा, ''मैं विश्वास दिलाता हूं कि अमेरिका की सिग सॉयर रायफल जो इस वक्त दुनिया की सबसे अच्छी राइफल है, इस साल के आखिर तक हमारी सेना के जवानों के पास होगी.''